जयपुर. राजस्थान के रेजिडेंट चिकित्सकों में नीटी पीजी काउंसलिंग (NEET PG Counseling 2021 Case) में हो रही देरी के कारण आक्रोश बढ़ता जा रहा है. ऐसे में आज दूसरे दिन भी रेजिडेंट चिकित्सकों ने ओपीडी और आईपीडी में कार्य बहिष्कार किया है. रेजिडेंट डॉक्टर्स ने कहा कि जब तक राज्य सरकार हमारी मांगें आगे नहीं पहुंचाती तब तक विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा.
रेजिडेंट चिकित्सकों ने कहा कि नीट पीजी काउंसलिंग नहीं होने के कारण उन पर लगातार काम का बोझ बढ़ता जा रहा है. इसके कारण वे अवसाद में आ रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि काउंसलिंग को लेकर कोर्ट सिर्फ तारीख दे रहा है. ऐसे में उन्होंने 31 दिसंबर तक काउंसलिंग से जुड़ा काम पूरा करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इससे चिकित्सकों का एक नया बैच आएगा. रेजिडेंट चिकित्सकों ने आज दूसरे दिन भी ओपीडी और आईपीडी में (Work boycott of resident doctors in Jaipur) कार्य का बहिष्कार किया.
रेजिडेंट चिकित्सकों ने कहा कि काउंसलिंग से जुड़े मामले को केंद्र सरकार (central government) गंभीरता से नहीं ले रही है. ऐसे में मंगलवार को एक बार फिर रेजिडेंट चिकित्सकों की ओर से जनरल बॉडी मीटिंग आयोजित की जाएगी और आगे के आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
फिलहाल अस्पतालों में इमरजेंसी से जुड़ी सेवाएं चालू हैं. माना जा रहा है कि कल से रेजीडेंट चिकित्सक ओपीडी और आईपीडी के साथ-साथ इमरजेंसी सेवाओं का भी बहिष्कार कर सकते हैं. साथ ही रेजिडेंट चिकित्सकों ने कहा कि काउंसलिंग में देरी होने के चलते अस्पताल में जहां 1 हजार चिकित्सकों की जरूरत है. वहां सिर्फ 600 रेजिडेंट चिकित्सक ही काम कर रहे हैं. अन्य 400 रेजिडेंट का कार्य भी मौजूदा रेजिडेंट चिकित्सकों की ओर से ही किया जा रहा है. ऐसे में चिकित्सकों पर लगातार काम का बोझ बढ़ रहा है.
रेजिडेंट चिकित्सकों की हड़ताल के चलते जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में आज कई ऑपरेशन टाल दिए गए. हालांकि रेजिडेंट चिकित्सकों की अनुपस्थिति में अतिरिक्त सीनियर रेजिडेंट और सीनियर डॉक्टर्स को लगाया गया है. चिकित्सकों की हड़ताल के कारण आज अस्पताल में भीड़ भी कम देखने को मिली.