जयपुर. हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों को शुक्रवार सुबह पुलिस ने एनकाउंटर कर मार गिराया. आरोपियों को मौका ए वारदात पर ले जाकर क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए ले जाया गया था. हालांकि इस एनकाउंटर पर लोग जहां पीडिता को न्याय मिलने की खुशियां मना रहे हैं तो दूसरी ओर इस पर कई सवाल भी उठ रहे हैं.
इन सवालों के बीच ईटीवी भारत ने जयपुर की आम गृहणी और महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष से बात की. जिसमें किसी ने रेप के आरोपी को सरेआम फांसी पर लटका देने की सजा मुक्करर करने को कहा, तो किसी ने कहा कि आरोपी को सरेआम मारना चाहिए.
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28 नवंबर को हैदराबाद में महिला डॉक्टर का शव मिलने के इस जघन्य केस ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था. इस घटना के खिलाफ देश में चारों तरफ आक्रोश था. सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक लोगों ने आंदोलन किया. देश को झकझोर देने वाले इस मामले में आरोपी भले ही मारे जा चुके हैं। लेकिन लोगों में आक्रोश अभी भी बरकरार है.
इसे लेकर ईटीवी भारत ने जब शहर की आम ग्रहणी से बात की तो महिलाओं ने इस एनकाउंटर का स्वागत किया. साथ ही कठोर कानून बनाए जाने की भी बात कही. किसी ने रेप आरोपियों को फांसी पर लटकाने तो किसी ने बीच चौराहे पर उन्हें सजा देने की बात कही. वहीं कुछ महिलाओं ने कहा कि रेप आरोपियों को भी वो दर्द देना चाहिए, जो रेप विक्टिम को मिला.
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इस बीच ईटीवी भारत ने महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा से भी बात की. उन्होंने इस एनकाउंटर को राहत भरा बताया. लेकिन जब उनके जहन में आने वाली किसी कठोर सजा के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि रेप आरोपियों का अंग ही काट देना चाहिए. उन्होंने टोंक में 6 साल की मासूम के साथ हुए रेप मामले का भी जिक्र करते हुए सजा के कठोर प्रावधान तय करने की मांग.
हैदराबाद रेप आरोपियों को उनके किए का फल भले ही मिल गया हो. लेकिन जयपुर की महिलाओं ने इसे नाकाफी बताकर कठोर सजा का प्रावधान तय करने की मांग की है. ताकि इस तरह के मामलों पर पूरी तरह ही नकेल कसी जा सके.