जयपुर. मदर्स डे के मौके पर जयपुर के सांगानेरी गेट स्थित महिला अस्पताल में महिला नर्सिंगकर्मी अपनी जिम्मेदारी और मां होने का फर्ज निभा रही हैं. इन नर्सिंग कर्मियों का कहना है कि इस संकट की घड़ी में वे भले ही अपने बच्चों से दूर हो, लेकिन अस्पताल में जो बच्चे हैं उनकी मां बनकर वे अपना फर्ज निभा रही हैं.
जयपुर ही नहीं बल्कि अन्य जिलों में भी महिला नर्सिंग कर्मी रविवार को मदर्स डे के मौके पर भी अपनी जिम्मेदारी नहीं भूली हैं. दौसा की नर्सिंगकर्मी अनीता, झुंझुनू की सुनीता और बांदीकुई महिला नर्सिंगकर्मी उमेंद्र कौर का कहना है कि हम पिछले कुछ समय से लगातार अस्पताल में अपनी सेवा दे रही हैं और अपने घर से अलग रह रही हैं. आज मदर्स डे के मौके पर पहली बार ऐसा हुआ है जब वह अपने बच्चों से नहीं मिल पा रही हैं.
जयपुर के सांगानेरी गेट स्थित महिला अस्पताल में ड्यूटी कर रही अन्य महिला नर्सिंगकर्मियों का कहना है कि वे अपने बच्चों को घर पर छोड़ कर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही हैं. इन महिला नर्सिंग कर्मियों का कहना है कि ड्यूटी पूरी होने के बाद भी वह घर नहीं जा सकती और उन्हें क्वॉरेंटाइन में अन्य जगह रहना पड़ता है. ऐसे में आज मदर्स डे के मौके पर सिर्फ वीडियो कॉल के जरिए ही अपने बच्चों से उन्होंने बात की है.
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उन्होंने बताया कि सांगानेरी गेट स्थित महिला अस्पताल में कुछ ऐसे छोटे बच्चे हैं जिन्हें मां की देखभाल नहीं मिल पा रही है. ऐसे में महिला नर्सिंग कर्मी आगे आकर ऐसे बच्चों की देखभाल कर रही हैं, जो अपनी मां से दूर हैं.