जयपुर. राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में दुष्कर्म पीड़िता जिंदा महिला को जलाने और दौसा में पिता द्वारा बेटी की हत्या की घटनाएं सामने आने के बाद एक बार फिर महिला सुरक्षा को लेकर प्रदेश की गहलोत सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. पुष्कर से विधायक सुरेश सिंह रावत ने प्रदेश की सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार महिला सशक्तीकरण की बात करती है, लेकिन प्रदेश में महिला हैं सुरक्षित नहीं है.
सुरेश सिंह रावत ने कहा कि बीते दो दिनों में जिस तरह से हनुमानगढ़ में दुष्कर्म के आरोपी ने पीड़िता को ही जिंदा जला दिया. वहीं दौसा में राइट टू चॉइस के तहत शादी करने पर पिता ने अपनी बेटी को गला दबाकर मार दिया. जिस राजस्थान में महिलाओं के मान-सम्मान की बात की जाती है, उसी राजस्थान में इस तरह की घटनाएं निंदनीय हैं. ईटीवी भारत के साथ बातचीत में विधायक ने कहा हमने विधानसभा में भी सरकार को महिला सुरक्षा को लेकर कटघरे में खड़ा किया था. राजस्थान की गहलोत सरकार पूरी तरीके से महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम रही है.
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अगर आंकड़े उठाकर देखें तो राजस्थान में तेजी से महिला दुष्कर्म के मामले बड़े हैं और यह कोई राजनीतिक आरोप नहीं है. बल्कि नेशनल क्राइम ब्यूरो आंकड़े बताते हैं. रावत ने कहा कि सरकार सिर्फ और सिर्फ अपने आप को बचाने में लगी हुई है. पार्टी पिछले डेढ़ साल से अस्थिर सरकार बनाकर चल रही है और उसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है.
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बता दें कि दौसा में एक पिता ने अपनी बेटी की इसलिए हत्या कर दी थी, क्योकि वह अपने पसंद के युवक के साथ जीवन बिताना चाहती थी. उसने अपनी बेटी का अपहरण करके गला दबाकर हत्या कर दी. इसी तरह से हनुमानगढ़ में भी जमानत पर बाहर हाए दुष्कर्म के आरोपी ने पीड़ित महिला को जिंदा जला दिया. जिसकी आज सुबह जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में मृत्यु भी हो गई है.