जयपुर. महिला समानता दिवस के अवसर पर राजस्थान सरकार की ओर से पांच दिवसीय महिला समानता दिवस कार्यक्रम आयोजित (Women equality day) किए जाएंगे. 23 अगस्त से शुरू होने वाले इन कार्यक्रमों में महिला अधिकार, महिला आर्थिक सशक्तिकरण सहित कई मुद्दों पर चर्चा होगी. इसके साथ ही 26 अगस्त को सीएम गहलोत 'महिला निधि' का शुभारम्भ करेंगे. राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं सहायता समूह सदस्यों की प्रथम महिला निधि 'राजस्थान महिला निधि कॉपरेटिव क्रेडिट फैडरेशन' का लोकार्पण करेंगे.
मंगलवार से प्रारम्भ होगा पांच दिवसीय आयोजन : ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की प्रमुख शासन सचिव अपर्णा अरोड़ा ने बताया कि महिला समानता दिवस के अवसर पर 23 अगस्त को जवाहर कला केन्द्र में प्रदर्शनी लगेगी. इसमें राज्य के विभिन्न जिलों और अन्य राज्य छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, झारखंड, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, बिहार, तेलंगाना, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, उत्तराखंड से आए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से विभिन्न उत्पादों की 150 स्टॉल लगाई जाएगी.
प्रदर्शनी में राज्य सरकार की ओर से महिलाओं में बालिकाओं के सर्वांगीण विकास के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं के संबंध में (CM Gehlot will launch Mahila Nidhi) जागरुकता के उद्देश्य से स्टॉल लगाई जाएगी. 24 अगस्त को ‘2025 तक सम्पूर्ण महिला समानता’ विषयक परिचर्चा होगी. इसमें महिलाओं को हिंसा से संरक्षण और न्यायिक निदान, न्यायिक की चुनौतियां सहित कई विषयों पर चर्चा होगी. इस परिचर्चा में सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा राय और महिला अध्यक्ष लाड कुमारी जैन सहित महिला सामाजिक संगठनों कार्यकर्ता सहभागी होंगी. इसी तरह 25 अगस्त को ‘महिला सशक्तिकरण पर राष्ट्रीय परिचर्चा’ और 26 अगस्त को 'राजस्थान महिला निधि कॉपरेटिव क्रेडिट फैडरेशन' का लोकार्पण होगा.
महिला निधि का शुभारंभ : राज्य मिशन निदेशक राजीविका मंजू राजपाल ने कहा कि महिला समानता दिवस के अवसर पर होने वाले राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं सहायता समूह सदस्यों की प्रथम महिला निधि ‘राजस्थान महिला निधि कॉपरेटिव क्रेडिट फैडरेशन’ का लोकार्पण करेंगे. जयपुर के सीतापुरा जेईसीसी, कन्वेशन हॉल में सुबह 12.00 बजे से होने वाले इस समारोह में स्वयं सहायता समूह एवं विभिन्न योजनाओ से लाभान्वित 10,000 महिलाएं शामिल होंगी. साथ ही कई वित्तीय संस्थानों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे.
क्या है महिला निधि : राजस्थान में प्रदेश का पहला और देश का तीसरा महिला वित्तीय संस्थान स्थापित (Self Help Group in Rajasthan) करने के लिए पिछले दिनों राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद और स्त्रीनिधि तेलंगाना के मध्य एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया था. अब 26 अगस्त से महिला निधि की स्थापना के बाद राजीविका के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण को बल मिलेगा और उन्हें अपने उद्यम के लिए ऋण प्राप्त करने में सहूलियत होगी. बैंकों में लम्बित ऋण आवेदनों की संख्या में भी कमी आएगी. ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की प्रमुख शासन सचिव अपर्णा अरोड़ा ने महिला निधि की स्थापना को राजीविका के लिए मील का पत्थर बताया.
प्रथम वर्ष में शुरुआत 6 जिलों से : राजस्थान महिला निधि की स्थापना राज्य स्तरीय सहकारी संस्था के रूप में राजीविका के माध्यम से की जा रही है. राजीविका के क्लस्टर लेवल फैडरेशन इसके सदस्य होंगे. राजस्थान महिला निधि को प्रथम वर्ष के क्रियान्वयन में 15 जिलों में प्रारम्भ किया जाएगा, जिसमें से 6 जिले करौली, अलवर, कोटा, डूंगरपुर, राजसमन्द और जोधपुर से इसकी शुरूआत की जा रही है.
वित्तीय व्यवस्था: राजस्थान महिला निधि की स्थापना के लिए राज्य सरकार की ओर से दो वर्षों में कुल 50 करोड़ रुपये (प्रथम वर्ष में 25 करोड़ रुपये) का अनुदान दिया जाएगा. भारत सरकार से 110 करोड़ रुपये के अनुदान के लिए प्रस्ताव केन्द्र सरकार को प्रेषित किए गए हैं. राजस्थान महिला निधि के संचालन के लिए चरणबद्ध तरीके से राजीविका की ओर से 10 लाख रुपये प्रति संकुल स्तरीय संघ शेयर कैपिटल के रूप में योगदान दिया जा रहा है.
48 घंटे में ऋण वितरण: महिला निधि के माध्यम से 40,000 रुपये तक के ऋण 48 घण्टे में एवं इससे अधिक राशि के ऋण भी 15 दिवस की समय सीमा में वितरित हो सकेंगे.