जयपुर. ग्रेटर नगर निगम चुनाव में इस बार 686 प्रत्याशियों में से 234 महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरी हैं. इनमें जनरल की 117 एससी की 32 एसटी की 10 और ओबीसी की 75 महिला प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रही हैं. इन 75 ओबीसी महिला प्रत्याशियों में से ही कोई एक संभवत बतौर महापौर हेरिटेज नगर निगम की कमान भी संभालेगी. यही वजह है कि इस बार मतदान केंद्रों पर महिला मतदाता भी बढ़-चढ़कर अपने मत का प्रयोग करने पहुंच रही हैं.
महिलाओं को हर दिन सीवर, सफाई, सड़क की समस्याओं से जूझना पड़ता है. ग्रेटर नगर निगम के वार्ड नंबर 129 में महिलाओं के एक समूह से ईटीवी भारत ने बात की. उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ी हुई है. इसमें काफी ज्यादा अनियमितता पाई गई है. यही नहीं हर दिन सीवर और नालियों की समस्या से भी दो-चार होना पड़ता है. गनीमत ये है कि केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत अभियान से हालात पहले से कुछ बेहतर हुए हैं, लेकिन अभी भी इसमें सुधार होने की बहुत ज्यादा जरूरत है.
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वहीं, कुछ महिलाओं ने सड़कों के हालात और स्ट्रीट लाइट की भी समस्या बताई. साथ ही कोरोना के मद्देनजर सैनिटाइजेशन पर भी ध्यान देने की बात कही. इन महिलाओं ने अपेक्षा जताई कि शहरी सरकार बनने के साथ ही इन समस्याओं को दूर करने के प्रयास में जुटे. बता दें कि पार्षद चुनाव में पहला मौका है जब महिलाओं की भागीदारी सबसे अधिक देखने को मिल रही है. इस बार पिछले बोर्ड की तुलना में महिला अधिक पार्षद बनकर बोर्ड में पहुंचेंगी. खास बात ये है कि दोनों नगर निगमों में महिलाओं के लिए वार्ड आरक्षित है.