जयपुर. राजस्थान में तौक्ते तूफान की तबाही के बाद यास तूफान का कोई असर देखने को नहीं मिला है. नौतपा के चलते प्रदेश के ज्यादातर जिलों में औसत अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार चला गया है. मौसम विशेषज्ञों की मानें तो इस गर्मी का असर ही राजस्थान में आने वाले मानसून को तय करेगा. जितनी अधिक गर्मी होगी, उतना ही अच्छी मानसून की बारिश राजस्थान में होगी.
मौसम विभाग के अनुसार केरल तट पर इस बार मानसून 31 मई तक पहुंचेगा. राजस्थान में इसकी दस्तक मेवाड़ के रास्ते 20 जून तक होने का अनुमान है. मौसम विज्ञानियों की मानें तो मानसून की बारिश इस साल अच्छी रहेगी. इससे पहले तौक्ते तूफान के चलते राज्य के कई जिलों में अच्छी बारिश हो चुकी है लेकिन मानसूनी बारिश कृषकों के लिए खुशहाली लेकर आती है. ऐसे में मानसून से किसानों की आस भी बंध गई है.
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मौसम विभाग के अनुसार मानसून अंडमान निकोबार द्वीप से होते हुए केरल के तट पर मानसून पहुंचेगा. अनुमान है कि मानसून की उत्तरी सीमा केरल के तट से अभी करीब 200 किलोमीटर दूर है, जो इस वर्ष करीब दो दिन पूर्व पहुंच रहा है. वहीं, राजस्थान की अगर बात करें तो मेवाड़-वागड़ के रास्ते मानसून इस बार 20 जून के बाद ही आने की दस्तक देगा और अच्छी औसत बारिश रहने की संभावना है.
यहां जानें राजस्थान में पिछले 5 सालों में कब-कब पहुंचा मानसून-
- 2016 - 22 जून
- 2017 - 27 जून
- 2018 - 26 जून
- 2019 - 2 जुलाई
- 2020 - 24 जून