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जमवारामगढ़ बांध सूखने के बाद पहली बार रोड़ा नदी में आया पानी, बांध के जीवित होने की जगी आस

जयपुर के जमवारामगढ़ इलाके में सोमवार को मानसून की पहली तेज बारिश होने से लोगों के चेहरों पर खुशी की लहर नजर आई. जमवारामगढ़ में लगातार एक घंटा तेज बारिश होने से नदियों में भी पानी बहता नजर आया. जमवारामगढ़ बांध सूखने के बाद पहली बार बांध में पानी पहुंचाने वाली रोड़ा नदी में भी पानी आया. रोड़ा नदी में पानी आने से लोगों में काफी खुशी है.

जमवारामगढ़ बांध सूखने के बाद पहली बार रोड़ा नदी में आया पानी,
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Published : Jul 23, 2019, 7:48 AM IST

Updated : Jul 23, 2019, 2:13 PM IST

जयपुर. जमवारामगढ़ बांध में दो नदियों का पानी पहुंचता है. रोड़ा नदी और बाण गंगा नदी का ही पानी रामगढ़ बांध में पहुंचता है. इस तेज बारिश से रोड़ा नदी में पहली बार पानी आने से रामगढ़ बांध तक पानी पहुंचा है. रोड़ा नदी में पानी को देखने के लिए जमवारामगढ़ के सैकड़ों लोगो की भीड़ पहुंची.

जमवारामगढ़ बांध सूखने के बाद पहली बार रोड़ा नदी में आया पानी,

स्थानीय निवासी हनुमान परिडवाल ने बताया कि मानसून की पहली तेज बारिश होने से जमवारामगढ़ बांध में भी पानी आया है. जमवारामगढ़ बांध में रोड़ा नदी और बाणगंगा नदी का ही पानी पहुंचता था. आज तेज बारिश होने से रोड़ा नदी में पहली बार पानी आने से रामगढ़ बांध तक पानी पहुंचा है. रामगढ़ बांध में पानी आने से काफी संख्या में लोग भी पानी देखने के लिए पहुंचे. और लोगों ने सड़क किनारे खड़े होकर फोटो भी ली. इसी तरह बारिश होती रही तो रामगढ़ बांध फिर पानी से लबालब हो जाएगा.

बता दें कि जयपुर की प्यास बुझाने वाला जमवारामगढ़ बांध वर्षों से खुद पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहा है. जमवारामगढ़ बांध में पानी पहुंचाने वाले नदियों के रास्ते में लोगों ने अतिक्रमण कर रखे हैं. जिससे बारिश का पानी भी रामगढ़ बांध तक नहीं पहुंच पाता है. कई बार लोगों ने इन अतिक्रमणों की शिकायतें भी की, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया.

हालांकि कई बार अतिक्रमणों के खिलाफ दिखावे की कार्रवाई की जाती है. लेकिन पूरी तरह से अतिक्रमण अभी तक नहीं हट पाए हैं. हर साल बारिश का पानी रास्ते में ही रुक जाता है और जमवारामगढ़ बांध प्यासा ही रह जाता है. रविवार को ईटीवी भारत की मुहिम के तहत जमवारामगढ़ बांध में श्रमदान कार्यक्रम भी किया गया था. जिसमें सैकड़ों की संख्या में सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों ने अपना योगदान दिया था और जमवारामगढ़ बांध को भरने के लिए भगवान भोलेनाथ का गंगाजल से अभिषेक भी किया था.

उम्मीद की जा रही है कि रोड़ा नदी में पानी आने से रामगढ़ बांध भी अब प्यासा नहीं रहेगा. अब इसी तरह बारिश होती रही तो बारिश का पानी जमवारामगढ़ बांध तक पहुंचेगा. जमवारामगढ़ बांध में पानी भरने से किसानों को भी काफी फायदा मिलेगा. आसपास के इलाकों में पानी की समस्या भी दूर होगी और फिर से जयपुर को जमवारामगढ़ बांध का पानी मिले पाएगा.

जयपुर. जमवारामगढ़ बांध में दो नदियों का पानी पहुंचता है. रोड़ा नदी और बाण गंगा नदी का ही पानी रामगढ़ बांध में पहुंचता है. इस तेज बारिश से रोड़ा नदी में पहली बार पानी आने से रामगढ़ बांध तक पानी पहुंचा है. रोड़ा नदी में पानी को देखने के लिए जमवारामगढ़ के सैकड़ों लोगो की भीड़ पहुंची.

जमवारामगढ़ बांध सूखने के बाद पहली बार रोड़ा नदी में आया पानी,

स्थानीय निवासी हनुमान परिडवाल ने बताया कि मानसून की पहली तेज बारिश होने से जमवारामगढ़ बांध में भी पानी आया है. जमवारामगढ़ बांध में रोड़ा नदी और बाणगंगा नदी का ही पानी पहुंचता था. आज तेज बारिश होने से रोड़ा नदी में पहली बार पानी आने से रामगढ़ बांध तक पानी पहुंचा है. रामगढ़ बांध में पानी आने से काफी संख्या में लोग भी पानी देखने के लिए पहुंचे. और लोगों ने सड़क किनारे खड़े होकर फोटो भी ली. इसी तरह बारिश होती रही तो रामगढ़ बांध फिर पानी से लबालब हो जाएगा.

बता दें कि जयपुर की प्यास बुझाने वाला जमवारामगढ़ बांध वर्षों से खुद पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहा है. जमवारामगढ़ बांध में पानी पहुंचाने वाले नदियों के रास्ते में लोगों ने अतिक्रमण कर रखे हैं. जिससे बारिश का पानी भी रामगढ़ बांध तक नहीं पहुंच पाता है. कई बार लोगों ने इन अतिक्रमणों की शिकायतें भी की, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया.

हालांकि कई बार अतिक्रमणों के खिलाफ दिखावे की कार्रवाई की जाती है. लेकिन पूरी तरह से अतिक्रमण अभी तक नहीं हट पाए हैं. हर साल बारिश का पानी रास्ते में ही रुक जाता है और जमवारामगढ़ बांध प्यासा ही रह जाता है. रविवार को ईटीवी भारत की मुहिम के तहत जमवारामगढ़ बांध में श्रमदान कार्यक्रम भी किया गया था. जिसमें सैकड़ों की संख्या में सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों ने अपना योगदान दिया था और जमवारामगढ़ बांध को भरने के लिए भगवान भोलेनाथ का गंगाजल से अभिषेक भी किया था.

उम्मीद की जा रही है कि रोड़ा नदी में पानी आने से रामगढ़ बांध भी अब प्यासा नहीं रहेगा. अब इसी तरह बारिश होती रही तो बारिश का पानी जमवारामगढ़ बांध तक पहुंचेगा. जमवारामगढ़ बांध में पानी भरने से किसानों को भी काफी फायदा मिलेगा. आसपास के इलाकों में पानी की समस्या भी दूर होगी और फिर से जयपुर को जमवारामगढ़ बांध का पानी मिले पाएगा.

Intro:जयपुर
एंकर- राजधानी जयपुर के जमवारामगढ़ इलाके में आज मानसून की पहली तेज बारिश होने से लोगों के चेहरों पर खुशी की लहर नजर आई। जमवारामगढ़ में लगातार एक घंटा तेज बारिश होने से नदियों में भी पानी बहता नजर आया। जमवारामगढ़ बांध सूखने के बाद पहली बार बांध में पानी पहुंचाने वाली रोड़ा नदी में भी पानी आया। रोड़ा नदी में पानी आने से लोगों में काफी खुशी है।


Body:जमवारामगढ़ बांध में दो नदियों का पानी पहुंचता है। रोड़ा नदी और बाण गंगा नदी का ही पानी रामगढ़ बांध में पहुंचता है। इस तेज बारिश से रोड़ा नदी में भी पहली बार पानी आने से रामगढ़ बांध तक पानी पहुंचा है। रोड़ा नदी में पानी को देखने के लिए जमवारामगढ़ के सैकड़ों लोगो की भीड़ पहुची।
स्थानीय निवासी हनुमान परिडवाल ने बताया कि मानसून की पहली तेज बारिश होने से जमवारामगढ़ बांध में भी पानी आया है। जमवारामगढ़ बांध में रोड़ा नदी और बाणगंगा नदी का ही पानी पहुंचता था। आज तेज बारिश होने से रोड़ा नदी में पहली बार पानी आने से रामगढ़ बांध तक पानी पहुंचा है। रामगढ़ बांध में पानी आने से काफी संख्या में लोग भी पानी देखने के लिए पहुंचे। और लोगों ने सड़क किनारे खड़े होकर सेल्फियां ली। इसी तरह बारिश होती रही तो रामगढ़ बांध फिर पानी से लबालब भरा नजर आएगा।
जयपुर की प्यास बुझाने वाला जमवारामगढ़ बांध वर्षों से खुद पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहा है। जमवारामगढ़ बांध में पानी पहुंचाने वाले नदियों के रास्ते में लोगों ने अतिक्रमण कर रखे हैं। जिससे बारिश का पानी भी रामगढ़ बांध तक नहीं पहुंच पाता है। कई बार लोगों ने इन अतिक्रमणों की शिकायतें भी की। लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। हालांकि कई बार अतिक्रमणों के खिलाफ दिखावे की कार्रवाई की जाती है। लेकिन पूरी तरह से अतिक्रमण अभी तक नहीं हट पाए हैं। हर साल बारिश का पानी रास्ते में ही रुक जाता है और जमवारामगढ़ बांध प्यासा ही रह जाता है। रविवार को ईटीवी भारत की मुहिम के तहत जमवारामगढ़ बांध में श्रमदान कार्यक्रम भी किया गया था। जिसमें सैकड़ों की संख्या में सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों ने अपना योगदान दिया था और जमवारामगढ़ बांध को भरने के लिए भगवान भोलेनाथ का गंगाजल से अभिषेक भी किया था।




Conclusion:उम्मीद की जा रही है कि रोड़ा नदी में पानी आने से रामगढ़ बांध भी अब प्यासा नहीं रहेगा। अब इसी तरह बारिश होती रही तो बारिश का पानी जमवारामगढ़ बांध तक पहुंचेगा। जमवारामगढ़ बांध में पानी भरने से किसानों को भी काफी फायदा मिलेगा। आसपास के इलाकों में पानी की समस्या भी दूर होगी और फिर से जयपुर को जमवारामगढ़ बांध का पानी मिले पाएगा।

बाईट- हनुमान परिडवाल, स्थानीय निवासी
Last Updated : Jul 23, 2019, 2:13 PM IST
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