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Rajasthan Panchayati Raj Election 2021 : चार जिलों में पंचायत चुनाव का पहला चरण..दोपहर 3 बजे तक 50 प्रतिशत से ज्यादा मतदान

राजस्थान के चार जिलों में पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान जारी है. दोपहर 3 बजे ते 50.13 प्रतिशत मतदान हुआ है. पंचायती राज चुनाव के पहले चरण का मतदान (Panchayat election first phase polling) के साथ जयपुर में कांग्रेस रैली भी हुई. पंचायती राज के चुनाव में राजस्थान के 3 मंत्रियों और 7 विधायकों की साख दांव पर है.

Rajasthan Panchayati Raj Election 2021
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Published : Dec 11, 2021, 8:30 PM IST

Updated : Dec 15, 2021, 10:36 AM IST

जयपुर. जयपुर में कांग्रेस की महंगाई हटाओ महारैली (Congress rally in Jaipur ) रविवार को होगी. इसी बीच राजस्थान में 4 जिलों में पंचायती राज चुनाव के पहले चरण की वोटिंग (Panchayati Raj elections in four districts of Rajasthan) भी रविवार को ही होनी है. इन चुनावों में सरकार के 3 मंत्रियों और 7 विधायकों की साख दांव पर है. कहा ये भी जा रहा है कि कांग्रेस की रैली का असर पंचायत चुनाव की वोटिंग पर पड़ेगा.

राजस्थान में एक तरफ 12 दिसंबर को महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की रैली है तो दूसरी तरफ राजस्थान के करौली, कोटा, बारां और श्रीगंगानगर जिलों के पंचायती राज चुनावों के अंतर्गत जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव के पहले चरण का मतदान (Voting for the first phase) भी होगा. सत्ताधारी दल कांग्रेस पुरजोर तरीके से रैली की तैयारियों में लगा है, ऐसे में इन पंचायत राज चुनाव के पहले चरण के मतदान पर इसका प्रभाव पड़ना तय है.

रैली भी रविवार को, पंचायत का पहले चरण का मतदान भी

क्योंकि इन जिलों से आने वाले जिन मंत्रियों और विधायकों के कहने पर टिकट दिए गए हैं, वे मंत्री तो प्रभारी मंत्री के तौर पर दूसरे जिलों में रैली की तैयारियों में जुटे हुए हैं. विधायक भी रैली के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में भीड़ जुटाने की कवायद में लगे हैं. ऐसे में प्रत्याशियों को पहले चरण में पार्टी का कोई सहयोग नहीं मिलेगा.

इन मंत्रियों की साख दांव पर

4 जिलों में होने जा रहे पंचायती राज चुनाव में केवल श्रीगंगानगर ऐसा जिला है जहां से कोई भी मंत्री नहीं है. इसके अलावा कोटा से शांति धारीवाल, बारां जिले से प्रमोद जैन भाया और करौली जिले से रमेश मीणा मंत्री हैं. मंत्री शांति धारीवाल के पास जयपुर जिले की जिम्मेदारी है, जहां महंगाई के खिलाफ रैली होने जा रही है. प्रमोद जैन भाया के पास झालावाड़ जिले का प्रभार है. जबकि रमेश मीणा भरतपुर जिले के प्रभारी हैं. ऐसे में ये तीनों मंत्री अभी अपने प्रभार वाले जिलों में ज्यादा सक्रिय हैं. जिसके चलते उनके खुद के जिलों में होने जा रहे पंचायत चुनाव प्रभावित होना तय हैं.

पढ़ें- Mehangai Hatao Rally: कांग्रेस की रैली में सोनिया गांधी के आने पर संशय...सुरजेवाला बोले- राहुल गांधी को री-लॉन्चिंग की जरूरत नहीं

जहां चुनाव नहीं, वहां सक्रिय हैं विधायक

बारां में पहले चरण का मतदान

बारां जिले में 4 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें अंता से कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया, बारां-अटरू से कांग्रेस के पानाचंद मेघवाल और किशनगंज से कांग्रेस की निर्मला सहरिया विधायक हैं. बारां जिले की 4 में से केवल 1 सीट छबड़ा पर भाजपा के प्रताप सिंह विधायक हैं. पंचायती राज चुनाव के पहला चरण का मतदान 12 दिसंबर को है, ऐसे में मंत्री अपने प्रभार वाले जिले झालावाड़ में व्यस्त हैं, तो वहीं बाकी तीन विधायक भी उन क्षेत्रों में ज्यादा सक्रिय हैं जहां चुनाव नहीं है. क्योंकि उन्हें वहीं से भीड़ जयपुर लेकर आनी होगी.

श्रीगंगानगर में पहले चरण का मतदान

श्रीगंगानगर जिले से कांग्रेस का कोई मंत्री तो नहीं है, लेकिन श्रीगंगानगर की 6 विधानसभा सीटों में से दो कांग्रेस तीन भाजपा और एक निर्दलीय के पास हैं. श्रीगंगानगर से निर्दलीय राजकुमार गौड़, करणपुर से कांग्रेस के गुरमीत सिंह कुन्नर और सादुलशहर से कांग्रेस के जगदीश चंद्र विधायक हैं. ये विधायक भी अपने उन लोगों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं जिन्हें वे रैली में जयपुर लेकर आएंगे.

Rajasthan Panchayati Raj Election 2021
रैली में व्यस्त है सरकार

कोटा में पहले चरण का मतदान

कोटा जिले में कुल 6 विधानसभा सीट हैं. इनमें से तीन विधानसभा में कांग्रेस और तीन में भाजपा के विधायक हैं. कोटा की कोटा उत्तर से मंत्री शांति धारीवाल आते हैं, जो फिलहाल अपने प्रभार जिले जयपुर में व्यस्त हैं. इसी तरीके से पीपल्दा से विधायक रामनारायण मीणा और सांगोद से विधायक भरत सिंह कुंदनपुर भी अभी पंचायत चुनाव (Rajasthan Panchayati Raj Election 2021) की जगह रैली में ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग पहुंच सकें, इस पर सक्रिय हैं. ऐसे में इनके क्षेत्र से पहले चरण के मतदान में इन तीनों विधायकों का सहयोग मिलना मुश्किल दिखाई दे रहा है.

पढ़ें- CM Gehlot on Kisan Andolan : विपक्ष के दबाव और किसानों के संयम के आगे झुकी मोदी सरकार : सीएम गहलोत

करौली में पहले चरण का मतदान

करौली जिले मैं 4 विधानसभा सीटें करौली, हिंडौन, सपोटरा और टोडाभीम आती हैं. चारों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी का कब्जा है. दिक्कत यह है कि जहां मंत्री रमेश मीणा अपने प्रभार जिले में महंगाई के खिलाफ रैली को लेकर सक्रिय हैं, तो वहीं बाकी तीन विधायक करौली से लाखन मीणा, टोडाभीम से पृथ्वीराज मीणा और हिंडौन से भरोसी लाल जाटव भी अपने विधानसभा के उन क्षेत्रों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं जहां से वह 12 दिसंबर को बड़ी संख्या में भीड़ जयपुर ला सकें.

रैली का कंट्रोल रूम बना कांग्रेस मुख्यालय

प्रदेश में अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं, चाहे वे पंचायत के हों, नगर निगम या निकाय के हों या फिर विधानसभा उपचुनाव हों, कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर चुनाव को लेकर कंट्रोल रूम बनता है. लेकिन इस बार क्योंकि राष्ट्रीय रैली कांग्रेस की ओर से जयपुर में आयोजित होने जा रही है, ऐसे में पंचायत चुनाव (Panchayat elections in Rajasthan) की जगह कंट्रोल रूम भी इस रैली की तैयारियों को लेकर ही बना है.

जयपुर. जयपुर में कांग्रेस की महंगाई हटाओ महारैली (Congress rally in Jaipur ) रविवार को होगी. इसी बीच राजस्थान में 4 जिलों में पंचायती राज चुनाव के पहले चरण की वोटिंग (Panchayati Raj elections in four districts of Rajasthan) भी रविवार को ही होनी है. इन चुनावों में सरकार के 3 मंत्रियों और 7 विधायकों की साख दांव पर है. कहा ये भी जा रहा है कि कांग्रेस की रैली का असर पंचायत चुनाव की वोटिंग पर पड़ेगा.

राजस्थान में एक तरफ 12 दिसंबर को महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की रैली है तो दूसरी तरफ राजस्थान के करौली, कोटा, बारां और श्रीगंगानगर जिलों के पंचायती राज चुनावों के अंतर्गत जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव के पहले चरण का मतदान (Voting for the first phase) भी होगा. सत्ताधारी दल कांग्रेस पुरजोर तरीके से रैली की तैयारियों में लगा है, ऐसे में इन पंचायत राज चुनाव के पहले चरण के मतदान पर इसका प्रभाव पड़ना तय है.

रैली भी रविवार को, पंचायत का पहले चरण का मतदान भी

क्योंकि इन जिलों से आने वाले जिन मंत्रियों और विधायकों के कहने पर टिकट दिए गए हैं, वे मंत्री तो प्रभारी मंत्री के तौर पर दूसरे जिलों में रैली की तैयारियों में जुटे हुए हैं. विधायक भी रैली के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में भीड़ जुटाने की कवायद में लगे हैं. ऐसे में प्रत्याशियों को पहले चरण में पार्टी का कोई सहयोग नहीं मिलेगा.

इन मंत्रियों की साख दांव पर

4 जिलों में होने जा रहे पंचायती राज चुनाव में केवल श्रीगंगानगर ऐसा जिला है जहां से कोई भी मंत्री नहीं है. इसके अलावा कोटा से शांति धारीवाल, बारां जिले से प्रमोद जैन भाया और करौली जिले से रमेश मीणा मंत्री हैं. मंत्री शांति धारीवाल के पास जयपुर जिले की जिम्मेदारी है, जहां महंगाई के खिलाफ रैली होने जा रही है. प्रमोद जैन भाया के पास झालावाड़ जिले का प्रभार है. जबकि रमेश मीणा भरतपुर जिले के प्रभारी हैं. ऐसे में ये तीनों मंत्री अभी अपने प्रभार वाले जिलों में ज्यादा सक्रिय हैं. जिसके चलते उनके खुद के जिलों में होने जा रहे पंचायत चुनाव प्रभावित होना तय हैं.

पढ़ें- Mehangai Hatao Rally: कांग्रेस की रैली में सोनिया गांधी के आने पर संशय...सुरजेवाला बोले- राहुल गांधी को री-लॉन्चिंग की जरूरत नहीं

जहां चुनाव नहीं, वहां सक्रिय हैं विधायक

बारां में पहले चरण का मतदान

बारां जिले में 4 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें अंता से कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया, बारां-अटरू से कांग्रेस के पानाचंद मेघवाल और किशनगंज से कांग्रेस की निर्मला सहरिया विधायक हैं. बारां जिले की 4 में से केवल 1 सीट छबड़ा पर भाजपा के प्रताप सिंह विधायक हैं. पंचायती राज चुनाव के पहला चरण का मतदान 12 दिसंबर को है, ऐसे में मंत्री अपने प्रभार वाले जिले झालावाड़ में व्यस्त हैं, तो वहीं बाकी तीन विधायक भी उन क्षेत्रों में ज्यादा सक्रिय हैं जहां चुनाव नहीं है. क्योंकि उन्हें वहीं से भीड़ जयपुर लेकर आनी होगी.

श्रीगंगानगर में पहले चरण का मतदान

श्रीगंगानगर जिले से कांग्रेस का कोई मंत्री तो नहीं है, लेकिन श्रीगंगानगर की 6 विधानसभा सीटों में से दो कांग्रेस तीन भाजपा और एक निर्दलीय के पास हैं. श्रीगंगानगर से निर्दलीय राजकुमार गौड़, करणपुर से कांग्रेस के गुरमीत सिंह कुन्नर और सादुलशहर से कांग्रेस के जगदीश चंद्र विधायक हैं. ये विधायक भी अपने उन लोगों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं जिन्हें वे रैली में जयपुर लेकर आएंगे.

Rajasthan Panchayati Raj Election 2021
रैली में व्यस्त है सरकार

कोटा में पहले चरण का मतदान

कोटा जिले में कुल 6 विधानसभा सीट हैं. इनमें से तीन विधानसभा में कांग्रेस और तीन में भाजपा के विधायक हैं. कोटा की कोटा उत्तर से मंत्री शांति धारीवाल आते हैं, जो फिलहाल अपने प्रभार जिले जयपुर में व्यस्त हैं. इसी तरीके से पीपल्दा से विधायक रामनारायण मीणा और सांगोद से विधायक भरत सिंह कुंदनपुर भी अभी पंचायत चुनाव (Rajasthan Panchayati Raj Election 2021) की जगह रैली में ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग पहुंच सकें, इस पर सक्रिय हैं. ऐसे में इनके क्षेत्र से पहले चरण के मतदान में इन तीनों विधायकों का सहयोग मिलना मुश्किल दिखाई दे रहा है.

पढ़ें- CM Gehlot on Kisan Andolan : विपक्ष के दबाव और किसानों के संयम के आगे झुकी मोदी सरकार : सीएम गहलोत

करौली में पहले चरण का मतदान

करौली जिले मैं 4 विधानसभा सीटें करौली, हिंडौन, सपोटरा और टोडाभीम आती हैं. चारों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस पार्टी का कब्जा है. दिक्कत यह है कि जहां मंत्री रमेश मीणा अपने प्रभार जिले में महंगाई के खिलाफ रैली को लेकर सक्रिय हैं, तो वहीं बाकी तीन विधायक करौली से लाखन मीणा, टोडाभीम से पृथ्वीराज मीणा और हिंडौन से भरोसी लाल जाटव भी अपने विधानसभा के उन क्षेत्रों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं जहां से वह 12 दिसंबर को बड़ी संख्या में भीड़ जयपुर ला सकें.

रैली का कंट्रोल रूम बना कांग्रेस मुख्यालय

प्रदेश में अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं, चाहे वे पंचायत के हों, नगर निगम या निकाय के हों या फिर विधानसभा उपचुनाव हों, कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर चुनाव को लेकर कंट्रोल रूम बनता है. लेकिन इस बार क्योंकि राष्ट्रीय रैली कांग्रेस की ओर से जयपुर में आयोजित होने जा रही है, ऐसे में पंचायत चुनाव (Panchayat elections in Rajasthan) की जगह कंट्रोल रूम भी इस रैली की तैयारियों को लेकर ही बना है.

Last Updated : Dec 15, 2021, 10:36 AM IST
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