जयपुर. राजधानी सहित प्रदेश भर में इस समय इंद्र देव मेहरबान हैं. बीते पखवाड़े से देखा जाए तो बारिश की ये राहत आमजन की रसोई के लिए भारी पड़ रही है. बारिश से प्रदेश की सब्जी मंडियों में मांग और आपूर्ति का गणित पूरी तरह से गड़बड़ा गया है. इससे सब्जियों की स्थानीय आवक घटकर आधी से भी कम रह गई है.
जिसके कारण सभी सब्जियां दूसरे राज्यों से मंगवाई जा रही है. आलू, प्याज, लहसुन सहित अन्य सब्जियों की शहर में सप्लाई करने वाली मुहाना मंडी में भी सब्जियों के थोक भाव अब आसमान छू रहे हैं. विभिन्न जगह पर खुदरा बाजार में मुनाफाखोरी काफी प्रभाव देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन के मुकाबले अनलॉक के दौर में आलू, लहसुन के दाम 30 फीसदी अन्य हरी सब्जियों के दामों में 40% की बढ़ोतरी भी दर्ज की गई है.
जयपुर फल सब्जी थोक विक्रेता संघ मुहाना के अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि बारिश से सीजनेबल सब्जियों की आवक घटी है. जहां फिलहाल सब्जियां खेतों में है वहां पानी भर चुका है. कई रास्तों से संपर्क टूट गया है. आगामी 20 दिनों में स्थानीय आवक शुरू होगी. तब आमजन को राहत मिल सकेगी. हालांकि ये जब होगा तब बारिश न हो. इसके अलावा आए दिन बढ़ रहे पेट्रोल डीजल के दाम का असर सब्जियों पर लगातार देखा जा रहा है.
पेट्रोल-डीजल से भी बिगड़ा गणित...
जयपुर फल सब्जी थोक विक्रेता संघ मुहाना के अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि पेट्रोल डीजल के दामों में आ रही तेजी की वजह से भी सब्जियों के दामों में तेजी देखने को मिल रही है. क्योंकि इस समय दूसरे राज्यों से सब्जी आज राजस्थान मंगवाई जा रही है. तो पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ जाने की वजह से किराए भाड़े में भी बढ़ोतरी हुई है. जिससे सब्जियों के दामों में भी तेजी आई है. इसके साथ ही धनिया दो हवाई जहाज के माध्यम से बेंगलुरु से जयपुर मंगवाया जा रहा है. जिससे धनिया के दाम भी हवा हवाई हो रहे हैं.
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मुहाना मंडी में आज के थोक भाव...
टमाटर | 40 से 45 रुपए किलो |
अदरक | 100 से 110 रुपये किलो |
ग्वार फली | 45 से 50 रुपये किलो |
मिर्ची | 45 से 50 रुपये किलो |
शिमला मिर्च | 40 रुपये किलो |
आलू | 20 से 25 रुपये किलो |
प्याज | 20 से 22 रुपये किलो |
लहसन | 70 से 90 रुपये किलो |
देसी खीरा | 15 से ₹20 किलो |
बैंगन | 25 से 30 रूपए किलो |
धनिया | 250 से ₹300 किलो |