जयपुर. राजस्थान में चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच शुक्रवार को प्रदेश प्रभारी अजय माकन भी सामने आए. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट पार्टी के लिए एसेट हैं और यह हो नहीं सकता कि वह किसी कांग्रेस के नेता से मिलना चाहे और उन्हें समय न मिले.
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माकन के बयान के बाद सामने आए सोलंकी
अजय माकन के बयान के बाद पायलट कैंप के वेद प्रकाश सोलंकी भी सामने आए. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से यह फैलाया जा रहा था कि सचिन पायलट को आलाकमान ने मिलने का समय नहीं दिया, इससे उनकी छवि को खराब करने का प्रयास किया गया. कुछ लोग यह बात फैला रहे हैं कि पायलट कांग्रेस छोड़ना चाहते हैं, लेकिन सचिन पायलट कांग्रेस नहीं छोड़ना चाहते, न ही हम कांग्रेस छोड़ना चाहते हैं.
हम पायलट के साथ हैं
सोलंकी ने कहा कि हम केवल इतना कह रहे हैं कि हम पायलट के साथ हैं और कांग्रेस की सरकार बनाने में हम कार्यकर्ताओं के साथ ही सचिन पायलट का भी पसीना लगा है, जो पूरी जनता जानती है. हम लोग यही बात उठा रहे हैं कि राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार किया जाए ताकि अगर ज्यादा से ज्यादा मंत्री बने तो वे ज्यादा से ज्यादा लोगों की सुनवाई कर सकेंगे. अगर ऐसा कहना गुनाह है तो फिर हम गुनहगार हैं.
महादेव खंडेला पर साथा निशाना
वेद प्रकाश सोलंकी ने महादेव खंडेला पर भी निशाना साधते हुए कहा कि एक ओर कांग्रेस पार्टी को अपनी मां कह रहे हैं और दूसरी ओर उसी पार्टी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव भी लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह केवल मुद्दों से भटकाने का प्रयास है और कुछ लोग इस तरह का माहौल बना रहे हैं.
कमेटी पर पूरा भरोसा...वह न्याय जरूर करेगी
सोलंकी ने कहा कि जो कमेटी कांग्रेस आलाकमान ने बनाई है, हमें उस पर पूरा भरोसा है और वह न्याय जरूर करेगी. उन्होंने अजय माकन के उस बयान का भी जवाब दिया जिसमें माकन ने कहा कि उसी कांग्रेस कार्यकर्ता का समायोजन किया जाएगा जो अनुशासित होगा. इस पर सोलंकी ने कहा कि अगर मेरा बोलना डिसीप्लिनरी एक्शन में आता है तो हमें बता दिया जाए. लेकिन इससे ऐसा जरूर लगेगा कि जो हम बोल रहे हैं अगर ऐसे मामलों को हम अपनी सरकार में नहीं कह सकेंगे तो कहां कहेंगे. हमने हमारी मांग अजय माकन के सामने भी रखी है.
रिटायर्ड अफसरों को नहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दें नियुक्ति
राजस्थान में एक ओर मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों की बात हो रही है तो दूसरी ओर पायलट कैंप की ओर से इन मांग के साथ ही एक मांग और रखी जा रही है. उन्होंने मांग की है कि राजनीतिक नियुक्तियां रिटायर्ड अफसरों को देने की जगह उन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दें जिनकी बदौलत राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी है. लेकिन तमाम मांगों के बीच गुरुवार को एक और ब्यूरोक्रेट जीएस संधू को राजनीतिक नियुक्ति दी गई.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मॉरल डाउन हो रहा
इसे लेकर पायलट कैंप के विधायक वेद सोलंकी ने कहा कि हम कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए राजनीतिक नियुक्ति मांग रहे हैं, अपने लिए नहीं. इसी कांग्रेस कार्यकर्ता ने कांग्रेस की सरकार बनवाई है. अगर राजनीतिक नियुक्तियां अधिकारियों को दी जाती है तो उससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मॉरल डाउन हो रहा है.
सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नियुक्ति दी जाए
सोलंकी ने कहा कि भले ही किसी भी गुट के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नियुक्ति दी जाए, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ही राजनीतिक नियुक्ति दी जाए. अभी तक जिन अधिकारियों को राजनीतिक नियुक्ति दी गई है उनकी आइडियोलॉजी कभी फिक्स नहीं है. वे कांग्रेस के कार्यकर्ता नहीं हैं. हमारा काम यह कहकर सरकार को जागरूक करना है और हम यही कर रहे हैं और यह बात मैं मुख्यमंत्री के सामने भी रख चुका हूं.