जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार के 2 साल के कार्यकाल को लेकर सियासी बयानबाजी चरम पर है. कांग्रेस जहां प्रदेश सरकार के 2 साल के कार्यकाल को बेमिसाल बता रही है तो वहीं भाजपा प्रदेश सरकार को हर मोर्चे में विफल करार दे रही है. पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने भी प्रदेश सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सात दशकों में ये पहला मौका है, जब प्रदेश में सरकार अदृश्य है जो ना जनता को दिखाई दे रही और ना ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं को. विकास के नाम पर दो साल में दो कदम भी नहीं चल पाई ये सरकार.
राजे ने कहा कि राजस्थान में सरकार दिखाई देती तो हमारे युवा रोजगार के लिए दर-दर नहीं भटकते और महिलाओं को अपनी अस्मिता बचाने के लिए कड़ा संघर्ष नहीं करना पड़ता. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार अदृश्य है, इसलिये यहां न कोई सुनने वाला और न कोई समझने वाला. भ्रष्टाचार का आलम ये है कि कांग्रेस नेता अपनी ही ‘अदृश्य सरकार’ के खिलाफ मुखर हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यह वादा फरामोश सरकार जनता को पहले दिन से धोखा दे रही है. दस दिन में किसानों का संपूर्ण कर्जा माफ करने की पहली घोषणा भी 2 साल में पूरी नहीं हुई. आज राज्य में बाजरा उत्पादक किसान अपनी फसल बेचने के लिए परेशान हैं, इसके बावजूद बाजरे की खरीद शुरू नहीं की गई. उल्टा किसान आंदोलन को कांग्रेस हवा दे रही है.
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पूर्व सीएम ने कहा है कि दो साल के भीतर ही कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. मंत्रियों के अहंकार और प्रशासनिक लापरवाही जग-जाहिर है. सरकार दो साल पूरे करने जा रही है. इन दो सालों में राज्य की कांग्रेस सरकार हर परीक्षा में फेल रही है. परीक्षा की उत्तरपुस्तिका खाली पड़ी है. ईश्वर जनता को बचाए-सोई सरकार को जगाए.