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यूपी सरकार कुछ छुपाना चाहती थी, इसलिए लखीमपुर जाने की नहीं दे रही थी अनुमति : पायलट - cm yogi adityanath

लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) को लेकर सचिन पायलट ने यूपी सरकार (UP Government) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर प्रियंका गांधी और राहुल गांधी (Priyanka-Rahul) को वहां जाने की अनुमति नहीं दी गई. शायद यूपी सरकार कुछ छुपाना चाहती थी. उन्होंने कहा कि हम वहां राजनीति करने नहीं गए थे, सिर्फ पीड़ितों से मिलने गए थे.

sachin pilot targeted on up government
यूपी सरकार कुछ छुपाना चाहती थी...
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Published : Oct 7, 2021, 10:14 PM IST

Updated : Oct 8, 2021, 9:32 AM IST

जयपुर. लखीमपुर बवाल को लेकर राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने योगी सरकार पर बड़ा बयान दिया है. गुरुवार रात को जयपुर के एक निजी होटल में हुए कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे पायलट ने मीडिया से रू-ब-रू होते हुए कहा कि यूपी सरकार हिंसा को लेकर कुछ छुपाना चाहती थी. इसलिए हमें वहां जाने से रोका गया.

लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) मामले को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में उत्तर प्रदेश में पुलिस ने कानून के दायरे से बाहर जाकर कई काम किए हैं, जैसा कि वहां के लोग कहते हैं. लखीमपुर में दिल दहलाने वाले दृश्य सामने आए और सब लोग चाहते थे कि न्याय हो.

यूपी सरकार कुछ छुपाना चाहती थी...

उन्होंने कहा कि सब लोगों को लग रहा था कि इस मामले में न्याय नहीं होगा, लेकिन सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इस मामले में संज्ञान लिया. जिस तरह से लखीमपुर में हिंसा हुई उस तरह के मामले देश में पहले कभी नहीं हुए. पूरे देश से जब दबाव पड़ा तो पुलिस-प्रशासन की ओर से शायद आरोपियों से पूछताछ की कोशिश की जाएगी. पूरे मुल्क में इस घटना से दहशत फैली और हम चाहते थे कि हम वहां जाकर पीड़ितों को सांत्वना दें.

हम राजनेता हैं और हम चाहते हैं कि सबकुछ ठीक रहे. हमलोग उन लोगों को दिलासा देना चाहते थे, जिन्होंने अपना कुछ खोया है. उन्होंने कहा कि जो लोग आरोपी हैं वो बाहर खुले घूम रहे हैं और जो लोग स्थिति को सामान्य करना चाहते हैं, पीड़ितों का दुख बांटना चाहते हैं, उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है. यूपी सरकार का जो तानाशाही रवैया रहा है, वह निंदनीय है.

पढ़ें : पायलट के लखीमपुर दौरे से बौखलाए डोटासरा पैदल मार्च का कर रहे ढोंग : राठौड़

लोकतंत्र में सभी लोगों को अपनी बात कहने और अपने विचार रखने की स्वतंत्रता है. मैं कल (बुधवार को) जब लखीमपुर खीरी जा रहा था तो मुझे भी रास्ते में कई जगह रोका गया. अंत में मुरादाबाद में हमें डिटेन किया गया. हमें कई घंटों तक बैठा के रखा गया और इसके बाद बॉर्डर पर छोड़ दिया गया. सचिन पायलट ने यूपी सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि कई पार्टियों के नेताओं को जाने दिया जा रहा है, कुछ को नहीं जाने दिया जा रहा. ऐसा लगता है कि शायद यूपी सरकार कुछ छुपाना चाहती थी.

प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को बाद में आनाकानी कर अनुमति दी गई...

सचिन पायलट ने कहा कि किस आधार पर प्रियंका गांधी को डिटेन किया गया. 3 दिन तक उन्हें डिटेन कर कर रखा गया. उन पर कोई मुकदमा नहीं था. हिरासत में लेने के बाद 24 घंटे में मजिस्ट्रेट के सामने पेश करना पड़ता है, लेकिन प्रियंका गांधी को मजिस्ट्रेट के सामने पेश नहीं किया गया. पायलट ने कहा कि पहली बार देश में ऐसा देखा गया कि लोगों से मिलने के लिए माहौल खराब किया जा रहा है.

पढ़ें : राजस्थान उपचुनाव : नामांकन सभा में भाजपा दिखाएगी अपनी ताकत, BJP के ये दिग्गज नेता रहेंगे मौजूद...

देश के किसान काले कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. कांग्रेस का स्टैंड पूरी तरह से साफ है, इसमें कोई राजनीति नहीं है. चुनाव पहली बार नहीं हो रहे. अलग-अलग राज्यों में चुनाव होने वाले हैं. हम चाहते हैं कि व्यवस्था बनी रहे और लोकतांत्रिक ढांचा मजबूत रहे. चुनी सरकार का जो विश्वास जनता में रहता है, वह बना रहे. इस मामले में संज्ञान लेने पर सुप्रीम कोर्ट का पायलट ने आभार जताया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट के दबाव के कारण ही आरोपियों से पूछताछ की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि हम लोग उत्तर प्रदेश (UP) में सत्ता में नहीं हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि हम किसी के आंसू नहीं पोछ सकते.

सचिन पायलट ने ली चुटकी...

कार्यक्रम के दौरान सचिन पायलट को पुस्तक लिखने के लिए कहा गया. इस पर सचिन पायलट ने कहा कि वे 50 साल तक कहीं नहीं जाने वाले. यहीं रहेंगे और नेताओं पर पुस्तक लिखेंगे. बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2 अक्टूबर को एक कार्यक्रम में कहा था कि 15-20 साल उन्हें कुछ नहीं होने वाला और वह अगली बार भी शांति धारीवाल को यूडीएच मंत्री बनाएंगे. सचिन पायलट का यह बयान अशोक गहलोत के उसी बयान से जोड़कर देखा जा रहा है.

पायलट ने ली चुटकी

नौजवानों को आगे आना चाहिए

सचिन पायलट ने निजी होटल में पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान नौजवानों से राजनीतिक गतिविधियों में आगे बढ़कर भाग लेने का आह्वान किया है. उन्होंने रशीद किदवई की लिखी पुस्तक की तारीफ की. उन्होंने कहा कि इस किताब से नई पीढ़ी को हमारे देश के अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों और उन्होंने कैसे देश को संभाला है यह जानकारी मिलेगी. उन्होंने कहा कि जो चुनौतियां आज हैं वह पहले से कम नहीं हैं और देश के नौजवानों को यह समझना चाहिए. नौजवान लोगों को पॉलीटिकल एक्टिविटी में पूरी तरह से भाग लेना चाहिए.

किताब से मिलेगी नई पीढ़ी को जानकारी

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि किताब का कंटेंट बहुत अच्छा है और इससे नई पीढ़ी को जानकारी मिलेगी कि हमारे देश के प्रधानमंत्रियों ने देश के निर्माण में क्या क्या निर्णय लिए और उनकी देश के विकास में क्या भूमिका रही. यह पूरी जानकारी देश की नई पीढ़ी को मिलनी चाहिए. किताबों की जितनी जानकारी नई पीढ़ी की होगी वह उतना ही समृद्ध नागरिक बनेंगे. जोशी ने कहा आज का युग आईटी का युग है और इस आईटी के युग में किताब के महत्व को हमें समझना चाहिए.

जयपुर. लखीमपुर बवाल को लेकर राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने योगी सरकार पर बड़ा बयान दिया है. गुरुवार रात को जयपुर के एक निजी होटल में हुए कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे पायलट ने मीडिया से रू-ब-रू होते हुए कहा कि यूपी सरकार हिंसा को लेकर कुछ छुपाना चाहती थी. इसलिए हमें वहां जाने से रोका गया.

लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) मामले को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि पिछले साढ़े चार साल में उत्तर प्रदेश में पुलिस ने कानून के दायरे से बाहर जाकर कई काम किए हैं, जैसा कि वहां के लोग कहते हैं. लखीमपुर में दिल दहलाने वाले दृश्य सामने आए और सब लोग चाहते थे कि न्याय हो.

यूपी सरकार कुछ छुपाना चाहती थी...

उन्होंने कहा कि सब लोगों को लग रहा था कि इस मामले में न्याय नहीं होगा, लेकिन सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इस मामले में संज्ञान लिया. जिस तरह से लखीमपुर में हिंसा हुई उस तरह के मामले देश में पहले कभी नहीं हुए. पूरे देश से जब दबाव पड़ा तो पुलिस-प्रशासन की ओर से शायद आरोपियों से पूछताछ की कोशिश की जाएगी. पूरे मुल्क में इस घटना से दहशत फैली और हम चाहते थे कि हम वहां जाकर पीड़ितों को सांत्वना दें.

हम राजनेता हैं और हम चाहते हैं कि सबकुछ ठीक रहे. हमलोग उन लोगों को दिलासा देना चाहते थे, जिन्होंने अपना कुछ खोया है. उन्होंने कहा कि जो लोग आरोपी हैं वो बाहर खुले घूम रहे हैं और जो लोग स्थिति को सामान्य करना चाहते हैं, पीड़ितों का दुख बांटना चाहते हैं, उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है. यूपी सरकार का जो तानाशाही रवैया रहा है, वह निंदनीय है.

पढ़ें : पायलट के लखीमपुर दौरे से बौखलाए डोटासरा पैदल मार्च का कर रहे ढोंग : राठौड़

लोकतंत्र में सभी लोगों को अपनी बात कहने और अपने विचार रखने की स्वतंत्रता है. मैं कल (बुधवार को) जब लखीमपुर खीरी जा रहा था तो मुझे भी रास्ते में कई जगह रोका गया. अंत में मुरादाबाद में हमें डिटेन किया गया. हमें कई घंटों तक बैठा के रखा गया और इसके बाद बॉर्डर पर छोड़ दिया गया. सचिन पायलट ने यूपी सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि कई पार्टियों के नेताओं को जाने दिया जा रहा है, कुछ को नहीं जाने दिया जा रहा. ऐसा लगता है कि शायद यूपी सरकार कुछ छुपाना चाहती थी.

प्रियंका गांधी और राहुल गांधी को बाद में आनाकानी कर अनुमति दी गई...

सचिन पायलट ने कहा कि किस आधार पर प्रियंका गांधी को डिटेन किया गया. 3 दिन तक उन्हें डिटेन कर कर रखा गया. उन पर कोई मुकदमा नहीं था. हिरासत में लेने के बाद 24 घंटे में मजिस्ट्रेट के सामने पेश करना पड़ता है, लेकिन प्रियंका गांधी को मजिस्ट्रेट के सामने पेश नहीं किया गया. पायलट ने कहा कि पहली बार देश में ऐसा देखा गया कि लोगों से मिलने के लिए माहौल खराब किया जा रहा है.

पढ़ें : राजस्थान उपचुनाव : नामांकन सभा में भाजपा दिखाएगी अपनी ताकत, BJP के ये दिग्गज नेता रहेंगे मौजूद...

देश के किसान काले कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. कांग्रेस का स्टैंड पूरी तरह से साफ है, इसमें कोई राजनीति नहीं है. चुनाव पहली बार नहीं हो रहे. अलग-अलग राज्यों में चुनाव होने वाले हैं. हम चाहते हैं कि व्यवस्था बनी रहे और लोकतांत्रिक ढांचा मजबूत रहे. चुनी सरकार का जो विश्वास जनता में रहता है, वह बना रहे. इस मामले में संज्ञान लेने पर सुप्रीम कोर्ट का पायलट ने आभार जताया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट के दबाव के कारण ही आरोपियों से पूछताछ की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि हम लोग उत्तर प्रदेश (UP) में सत्ता में नहीं हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि हम किसी के आंसू नहीं पोछ सकते.

सचिन पायलट ने ली चुटकी...

कार्यक्रम के दौरान सचिन पायलट को पुस्तक लिखने के लिए कहा गया. इस पर सचिन पायलट ने कहा कि वे 50 साल तक कहीं नहीं जाने वाले. यहीं रहेंगे और नेताओं पर पुस्तक लिखेंगे. बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2 अक्टूबर को एक कार्यक्रम में कहा था कि 15-20 साल उन्हें कुछ नहीं होने वाला और वह अगली बार भी शांति धारीवाल को यूडीएच मंत्री बनाएंगे. सचिन पायलट का यह बयान अशोक गहलोत के उसी बयान से जोड़कर देखा जा रहा है.

पायलट ने ली चुटकी

नौजवानों को आगे आना चाहिए

सचिन पायलट ने निजी होटल में पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान नौजवानों से राजनीतिक गतिविधियों में आगे बढ़कर भाग लेने का आह्वान किया है. उन्होंने रशीद किदवई की लिखी पुस्तक की तारीफ की. उन्होंने कहा कि इस किताब से नई पीढ़ी को हमारे देश के अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों और उन्होंने कैसे देश को संभाला है यह जानकारी मिलेगी. उन्होंने कहा कि जो चुनौतियां आज हैं वह पहले से कम नहीं हैं और देश के नौजवानों को यह समझना चाहिए. नौजवान लोगों को पॉलीटिकल एक्टिविटी में पूरी तरह से भाग लेना चाहिए.

किताब से मिलेगी नई पीढ़ी को जानकारी

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि किताब का कंटेंट बहुत अच्छा है और इससे नई पीढ़ी को जानकारी मिलेगी कि हमारे देश के प्रधानमंत्रियों ने देश के निर्माण में क्या क्या निर्णय लिए और उनकी देश के विकास में क्या भूमिका रही. यह पूरी जानकारी देश की नई पीढ़ी को मिलनी चाहिए. किताबों की जितनी जानकारी नई पीढ़ी की होगी वह उतना ही समृद्ध नागरिक बनेंगे. जोशी ने कहा आज का युग आईटी का युग है और इस आईटी के युग में किताब के महत्व को हमें समझना चाहिए.

Last Updated : Oct 8, 2021, 9:32 AM IST
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