जयपुर. अपनी मांगों के समाधान की जिद पर अड़े राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने गहलोत सरकार से टकराव करने की पूरी तैयारी कर ली है. ईटीवी भारत से बात करते हुए उपेन यादव ने कहा कि अब महासंघ भर्ती परीक्षाओं में हो रहे फर्जीवाड़े की जांच सीबीआई (CBI) से करवाने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश जाएगा और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की रैलियों और सभाओं में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ (Rajasthan Unemployed Unified Federation) की ओर से चल रहे 16 दिनों से जयपुर के शहीद स्मारक का धरना अब राजस्थान विधानसभा (Rajasthan Legislative Assembly)के मुख्य सचेतक (Chief Whip) महेश जोशी के आवास तक पहुंच गया है. महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव सरकार से वार्ता विफल होने के बाद महेश जोशी के आवास पर पहुंचे. जिन्हें पुलिस ने वहां से जबरन उठा दिया.
16 दिनों से जारी है बेराेजगारों का धरना
हालांकि, उपेन यादव (Upen Yadav) इस दौरान यह कहते हुए नजर आए कि अगर उन्हें यहां नहीं बैठने दिया जाएगा तो फिर बेरोजगारों का आंदोलन और ज्यादा बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि बेरोजगार न केवल अपने आंदोलन को तेज करेंगे अब टंकियों पर भी चढ़ेंगे. हालांकि बाद में पुलिस ने उपेन यादव को समझाइश कर वापस शहीद स्मारक लौटा दिया. रीट और सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोपों की जांच सीबीआई से करवाने समेत अपनी 21 सूत्री मांगों को लेकर बेरोजगार पिछले 16 दिनों से धरने पर हैं.
शुक्रवार को बेरोजगारों के प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री ऑफिस में अधिकारियों से दूसरे दौर की वार्ता की लेकिन यह वार्ता विफल हो गई. जिसके बाद 17 वें दिन राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव राजस्थान के मुख्य सचेतक महेश जोशी के आवास पर धरना देने पहुंच गए. उपेन ने कुछ देर के लिए धरना दिया भी. लेकिन जैसे ही उपेन यादव को पुलिस कर्मियों ने देखा वह उसे जबरन वहां से उठाकर ले गए.
पुलिस ने जबनर भेजा शहीद स्मारक
पुलिस ने उपेन यादव वापस शहीद स्मारक स्थित अपने धरने में भेज दिया. उपेन यादव ने कहा कि महेश जोशी ने उनका आमरण अनशन छुड़वाया था, यही कारण था कि वह उनके निवास से फिर से अनशन करने पहुंचे. उन्होंने कहा कि पुलिस उन्हें यहां नहीं बैठने दे रही है लेकिन अब बेरोजगार अपनी मांगों को लेकर आर-पार की लड़ाई लड़ेगा.
पीपीई किट पहनकर पहुंचे बेरोजगार
उन्होंने चेतावनी दी कि अब शहीद स्मारक पर चल रहे धरने के साथ ही इस धरने को आक्रामक रुख दिया जाएगा. जिसके तहत अब बेरोजगार टंकियों पर चढ़कर अपनी मांग रखेंगे. इसकी जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की होगी. इस दौरान उपेन यादव के साथ प्रयोगशाला सहायक कोरोना में पहने जाने पीपीई किट पहनकर पहुंचे. जिन्होंने कहा की एक समय था जब कॉविड काल में हम पर फूल बरसाए जा रहे थे. हमें पुलिस लाठियां बरसा रही है. लेकिन हमारी मांगों पर सरकार ध्यान नहीं दे रही.