जयपुर: जिले के मुरलीपुरा में माता-पिता ने अपने बच्चों घर में उल्टा बांध दिया, ऐसा मामला सामने आया तो सभी की नजरें माता-पिता की बर्बरता की ओर उठने लगी. कहा जाने लगा कि कैसे माता-पिता अपने कलेजे के टुकड़े को उल्टा लटकाकर जंजीरों से जकड़ सकते हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि बच्चों को माता-पिता ने उल्टा नहीं लटकाया बल्कि पास ही में रहने वाले 'जूते वाले अंकल' ने उन्हें उल्टा लटकाकर उनकी फोटो खींची. यह बात पीड़ित बच्चों ने बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल (Sangeeta Beniwal) को बताई. अब बाल आयोग उस 'जूते वाले अंकल' के खिलाफ कानूनी करवाई की तैयारी में है.
दरअसल, रविवार को राजधानी जयपुर के मुरलीपुरा में रहने वाले माता-पिता की बर्बरता का एक मामला सामने आया था. यहां एक दंपती ने अपने 6 और 8 साल के बच्चों को उल्टा लटकाकर बांध दिया और घर में बाहर से ताला लगा दिया. आसपास के पड़ोसियों ने बच्चों की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी. इसके बाद यह खबर आग की तरह फैल गई. घटना की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार सुबह बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल (Sangeeta Beniwal) मुरलीपुरा स्थित बच्चों के घर पहुंची. बेनीवाल ने बच्चों से मुलाकात कर मामले की जानकारी ली और बच्चों के माता-पिता की काउंसलिंग भी की.
संगीता बेनीवाल ने बताया कि काउंसलिंग में मां ने इस बात को स्वीकार किया है कि बच्चों की शरारतों से परेशान होकर उन्होंने बच्चों को बांध दिया था. महिला जब अपने पति को खाना देने गई दो दोनों बच्चों को रस्सी से बांध दिया और घर में बाहर से ताला लगा दिया ताकि बच्चे कही बाहर नहीं निकल पाएं.
जूते वाले अंकल ने किया उल्टा
आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल (Sangeeta Beniwal) ने बताया कि जब बच्चों से इस पूरे मामले में पूछताछ की गई तो उन्होंने कहा कि मां घर से जाते समय उन्हें बांधकर चली गई थी. लेकिन मां के जाने के बाद पास में ही रहने वाले जूते वाले अंकल आए और उन्होंने उन्हें उल्टा लटका दिया और उनकी फोटो खींचने लगे. साथ ही आसपास के पड़ोस को भी इकट्ठा कर लिया. बच्चों ने कहा कि मां ने उसे उल्टा नहीं लटकाया था, मां तो सिर्फ बांध कर गई थी.
पहले भी खो गए थे बच्चे
काउंसलिंग में सामने आया कि दोनों माता-पिता मजदूरी कर जीवन-यापन करते हैं. इनके चार बच्चे हैं, जिसमें दो बड़े बच्चे जो 6 और 8 साल की उम्र के हैं. ये दोनों बच्चे चंचल और शरारती हैं. पिछले सप्ताह ही बच्चे घर से बाहर खेलते-खेलते कहीं दूर चले गए थे और लापता होने की स्थिति में बच्चों की गुमशुदगी मुरलीपुरा थाने में भी दर्ज कराई गई थी. वहीं, बच्चे फिर से खो नहीं जाए इसलिए मां जब पिता को खाना देने गई तो उसने बच्चों को बांध दिया.
आयोग ने किया पाबंद
आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने बताया कि मां ने इस बात को स्वीकार किया है कि वह बच्चे को बांधकर गई थी. इसलिए आयोग ने उन्हें पाबंद कर दिया कि वे बच्चों को इस तरह से रस्सी से बांधकर नहीं जाएं. घर से बाहर जाएं तो किसी पड़ोसी के यहां बच्चों को छोड़ कर जाएं.
'जूते वाले अंकल' पर होगी कानूनी कार्रवाई
आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल (Sangeeta Beniwal) ने बताया कि यह सही है कि माता-पिता इस तरह से बच्चों को बांधकर नहीं रख सकते, लेकिन उससे भी ज्यादा खतरनाक बात यह है कि बच्चे जिसको 'जूते वाले अंकल' कह रहे हैं उन्होंने उन्हें उल्टा लटकाया और फोटो खींची. इसलिए इस पूरे मामले की जांच के लिए सीडब्ल्यूसी को निर्देश दिए गए हैं. अगर किसी ने भी बच्चों को इस तरह से उल्टा लटका कर उनकी फोटो खींची है और उसको दुष्प्रचार करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होगी.