जयपुर. एनडीए के बाद यूपीए ने भी उपराष्ट्रपति पद पर अपना प्रत्याशी (UPA Candidate Margaret Alva) घोषित कर दिया है. यूपीए ने राजस्थान के पूर्व राज्यपाल रही मार्गेट अल्वा को अपना उम्मीदवार बनाया है. मार्गेट अल्वा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता होने के साथ ही उत्तराखंड, गोवा और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल भी रह चुकी हैं. मार्गेट अल्वा के उम्मीदवार बनाए जाने के बाद अब उपराष्ट्रपति पद पर प्रमुख मुकाबला एनडीए प्रत्याशी जगदीप धनखड़ और यूपीए प्रत्याशी मार्गेट अल्वा के बीच ही रहेगा. हालांकि, बहुमत के आधार पर धनखड़ का पलड़ा भारी है.
राजस्थान से रहा यह नाता : 14 अप्रैल 1942 को जन्मी मार्गेट अल्वा राजस्थान की राज्यपाल भी रह चुकी हैं. वह 12 मई 2012 से 7 अगस्त 2014 के दौरान राजस्थान में (Margaret Alva Rajasthan Relation) राज्यपाल रहीं. इस दौरान बतौर राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल बेहद शानदार है. महिला सशक्तिकरण और महिला अधिकारों के लिए किए गए मार्गेट अल्वा के कार्य भी काफी सराहनीय रहे.
लंबा राजनीतिक अनुभव : मार्गेट अल्वा का राजनीतिक अनुभव (Opposition Vice Presidential Candidate) काफी लंबा रहा. सांसद के रूप में 30 साल तक उन्होंने काम किया और कई समितियों मे वे अध्यक्ष और सदस्य भी रहीं. मार्गेट अल्वा 1999 में लोकसभा के लिए निर्वाचित होने से पहले 1974 से लगातार चार बार राज्यसभा के लिए चुनी गईं.
वहीं, 1999 में लोकसभा के लिए चुनी गईं. 1984 में वे राजीव गांधी सरकार में संसदीय मामलों की केंद्रीय राज्य मंत्री भी रहीं. इसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय में युवा मामले, खेल व बाल विकास की प्रभारी मंत्री भी रहीं. मार्गेट अल्वा कुछ वक्त के लिए विज्ञान और तकनीकी मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं.