जयपुर. राजस्थान में फोन टैपिंग (Rajasthan phone tapping issue) को लेकर चली सियासी रार के बाद आज पहली बार केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कांग्रेस नेता और प्रदेश के जलदाय मंत्री डॉ महेश जोशी एक साथ (Shekhawat And Mahesh Joshi Face Off) एक ही मंच साझा करेंगे. जयपुर में आज होने वाली जल जीवन मिशन की इंटरस्टेट रिव्यू मीटिंग के दौरान ये दोनों सियासी दुश्मन एक साथ एक बैठक और मंच पर नजर आएंगे.
बैठक जयपुर के एक निजी होटल में होगी जिसमें 8 राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में जल जीवन मिशन की प्रगति को लेकर मंथन होगा. भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच चल रही जुबानी जंग के दौरान होने वाली इस बैठक में सबकी निगाहें इन दोनों मंत्रियों के बीच ही रहेगी. बैठक में राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब,हिमाचल,गोवा, जम्मू कश्मीर,लद्दाख और दमनदीप के साथ दादर नगर हवेली के मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बैठक करेंगे. इस दौरान जल जीवन मिशन की रिव्यू मीटिंग के बाद राजस्थान की जल संबंधित समस्याओं को लेकर भी बैठक होगी. जिसमें आरसीपी, जवाई बांध पुनर्भरण, माही नदी समेत महत्वपूर्ण मुद्दों पर समीक्षा तो होगी ही साथ ही एक्शन प्लान को लेकर भी अहम मंत्रणा होने की संभावना है.
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ये है सियासी रार: राजस्थान में सियासी संकट तत्कालिक तत्कालिक उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय उनके खास विधायक भंवरलाल शर्मा और मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कथित ऑडियो सामने आया था. जिसमें विधायकों की खरीद-फरोख्त की बात सामने आई थी. इस मामले में राजस्थान एसओजी में महेश जोशी की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था. एसओजी ने शेखावत को वॉइस सैंपल देने के लिए बुलाया था. तब शेखावत ने दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज करवा कर कहा था कि राजस्थान एसओजी की कार्रवाई से उनकी छवि खराब हुई है. मामला झूठा है. इस पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने महेश जोशी को नोटिस देकर बयान देने के लिए बुलाया था.