जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पर बैठक हुई. उच्च स्तरीय बैठक में इस साल स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं नहीं कराने का फैसला लिया गया है.
सीएम ने कोरोना वायरस परिदृश्य को देखते हुए इस साल सभी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रमोट किए जाने का फैसला लिया. प्रमोट होने वाले विद्यार्थियों के अंकों के निर्धारण के संबंध में भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा आगामी कुछ दिनों में जारी होने वाले दिशा-निर्देशों का अध्ययन कर समुचित निर्णय लिया जाएगा.
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बैठक में मौजूद रहे उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि अभी भी परिवहन व्यवस्था पूरी तरह सुचारू नहीं हो पाई है. कोरोना के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं. इसे मद्देनजर रखते हुए और छात्रों की मांग पर बिना परीक्षा कराए ही प्रमोट किए जाने का फैसला लिया गया है. बैठक में तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव राजीव स्वरूप, उच्च शिक्षा सचिव शुचि शर्मा सहित कई अधिकारी मौजूद रहे.
बता दें कि हाल ही में राजस्थान विश्वविद्यालय की ओर से यूजी फाइनल ईयर की परीक्षाएं 15 जुलाई से कराए जाने का फैसला लेते हुए, टाइम टेबल जारी किया गया था. वहीं एनएसयूआई के छात्र परीक्षाएं नहीं कराने की मांग को लेकर धरना देते हुए भूख हड़ताल पर जा बैठे थे. ऐसे में अब राज्य सरकार के इस फैसले ने कहीं ना कहीं कोरोना महामारी के बीच छात्रों को बड़ी राहत दी है.