जयपुर. दोस्ती एक ऐसा शब्द है, जब दोस्ती का जिक्र आता है तो जिंदगी और मौत की बात आती है. हर दोस्त यही कहता है कि हम साथ में मरेंगे और साथ में जिएंगे. राजधानी जयपुर के महावतों के मोहल्ले की रहने वाले दो दोस्तों को मौत ने एक साथ गले लगा लिया.
राजधानी जयपुर के रहने वाले सोहेल और मोइन दोनों ही दोस्त 3 दिन पहले राजधानी जयपुर से अजमेर ख्वाजा साहब की जारत करने के लिए पैदल ही निकले थे, लेकिन रास्ते में ही इन लोगों को पता नहीं था कि मौत इनको गले लगा लेगी और यह दोनों ही एक साथ इस दुनिया को अलविदा कह देंगे. सोहेल और मोइन की दोस्ती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दोनों ही दोस्तों ने साथ ही खेले साथ ही कूदे और साथ ही पढ़ाई की और काम भी घोड़े के लवाजमे का किया करते थे.
सोहेल की हो रखी थी सगाई, ईद पर थी शादी
सोहेल के भाई मोहम्मद आरिफ ने बताया कि सोहेल अपने सोहेल 8 भाई बहनों में सबसे बड़ा था और उसके ऊपर उसके परिवार के पेट पालने का जिम्मा था. सोहेल जब शादी की सीजन हुआ करती थी तो घोड़ी चला लिया करता था. इसके अलावा वह किराए की लोडिंग काम में लिया करता था और लोडिंग चलाया करता था. जब परिवार के लोगों में उसकी अम्मी दादी और छोटे भाई बहनों को इंतकाल की खबर मिली तो पूरे परिवार में गम का माहौल नजर आ रहा है. सभी का रो-रो कर बुरा हाल है.
सभी लोगों का यही कहना है कि हमारे परिवार में एक ही काम आने वाला था, वही हम लोगों से ऊपर वाले ने छीन लिया. वहीं भाई ने बताया कि सोहेल की ईदगाह इलाके की रहने वाली एक लड़की से सगाई हो रखी थी और 2 माह बाद ईद के बाद में इनकी शादी होनी थी, लेकिन शादी से पहले ही सोहेल ने दुनिया को अलविदा कह दिया. वहीं दोनों मृतकों के शव शुक्रवार को पोस्टमार्टम करके उनके घर पर पहुंचेंगे.
भाई का हुआ था 2 महीने पहले इंतकाल अब दूसरा भाई भी कह गया अलविदा
वहीं हादसे में अपनी जान गवांने वाले मोईन के परिवार के सदस्य सलीम ने बताया कि वह पहली बार ही अजमेर पैदल गया था. 2 महीने पहले ही मोइन के बड़े भाई का इंतकाल हो गया था. परिवार में पिता और बस भाई बहनों का पेट भरने का काम भी मोहिन के खर्चे से ही चलता था. पिता पहले से ही बीमार चल रह हैं.
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वहीं सलीम ने बताया कि मोईन के साथ में उसका बड़ा भाई आसिफ भी गया था. आसिफ ने फोन करके घर पर जानकारी दी तो घर वालों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है. वहीं आसिफ का यह भी कहना है कि जिस गाड़ी से हादसा हुआ है, वह गाड़ी रॉन्ग साइड से बड़ी ही तेज गति के साथ में आ रही थी. यह तो गनीमत रही कि आसिफ थोड़ा दूर हो गया वरना आसिफ भी हादसे का शिकार हो सकता था.
आर्थिक सहायता की मांग
दोनों ही परिवार के पड़ोसियों का जब टीम वहां पर खबर लेने के लिए पहुंची तो कहना था कि दोनों ही युवाओं की आर्थिक हालत काफी ज्यादा खराब है. इसलिए सरकार की तरफ से दोनों ही युवाओं के परिवार के लिए कुछ ना कुछ घोषणा जरूर होनी चाहिए.