जयपुर. जयपुर के सवाई मानसिंह स्कूल में दो बच्चों के कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्कूल प्रबंधन ने ऑफलाइन क्लासेज चार दिन के लिए बंद कर दी है. अभिभावकों का कहना है कि शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ शिक्षण संस्थान खोलने के फैसले पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ नरोत्तम शर्मा ने कहा कि जयपुर में बीते 8 दिन में 54 मामले सामने आए.
राजस्थान में शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ शिक्षण संस्थाएं खोलने के फैसले के 24 घंटे में ही स्कूलों में कोरोना संक्रमण के मामले फिर आने लगे हैं. जयपुर की सवाई मानसिंह स्कूल में दो बच्चों के कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्कूल प्रबंधन ने ऑफलाइन क्लासेज चार दिन के लिए बंद कर दी है.
अभिभावकों का कहना है कि शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ शिक्षण संस्थान खोलने के फैसले पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए. एसएमएस स्कूल में मैनेजिंग कमेटी के सदस्य दामोदर प्रसाद का कहना है कि जो दो बच्चे कोविड पॉजिटिव आए हैं. उनके पिता भी कोरोना संक्रमित हैं. एहतियात के तौर पर स्कूल ने ऑफलाइन क्लासेज चार दिन के लिए बंद कर दी हैं. इस दौरान केवल ऑनलाइन क्लासेज ही चलेंगी.
अभिभावक संघों को स्कूल खोलने पर एतराज
उन्होंने कहा कि स्कूल परिसर को सैनिटाइज करवाया गया है. जो शिक्षक उन बच्चों के संपर्क में आए हैं उनकी भी जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं. उन्होंने बताया है कि मेडिकल विभाग की टीम भी जांच करने स्कूल पहुंची है. शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ स्कूल खुलने के साथ ही बच्चों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद अभिभावक संघों ने सरकार के इस फैसले पर एतराज जताया है.
सरकार और निजी स्कूलों की प्रयोगशाला नहीं हैं बच्चे
अभिभावक एकता संघ के संयोजक मनीष विजयवर्गीय का कहना है कि स्कूल खोलने का आदेश 12 घंटे में वापस नहीं लेने पर धरने पर बैठने की चेतावनी दी है. उनका कहना है कि प्रदेश के लाखों बच्चे सरकार और निजी स्कूलों की प्रयोगशालाएं नहीं हैं.
जयपुर में 8 दिन में 54 मरीज आए सामने, कई को दोनों डोज लग चुकी
राजधानी जयपुर में कोविड-19 संक्रमण के मामले लौट रहे हैं. स्कूली बच्चे भी संक्रमण की चपेट में हैं. कुछ ऐसे भी मरीज हैं जिनको वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ नरोत्तम शर्मा ने कहा कि 8 दिन में 54 पॉजिटिव मामले जयपुर में आ चुके हैं. 39 लोग ऐसे हैं जिनको वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. इनमें करीब 70 फ़ीसदी लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन लगाई गई है. 6 ऐसे मरीज हैं जिन्होंने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है, जबकि 3 स्कूली बच्चे हैं, एक डिपेंडेंट मरीज भी इनमें शामिल है.
54 में 5 ऐसे जिनकी पहचान नहीं
खतरा इस बात का भी है कि इन 54 लोगों में से पांच ऐसे लोग हैं जिनको अभी तक आईडेंटिफाई नहीं किया जा सका है. ऐसे में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों के चलते चिकित्सा विभाग की ओर से 120 स्कूली बच्चों के सैंपल अभी तक उठाए गए हैं. आने वाले दिनों में तकरीबन हर दिन 20 स्कूलों से बच्चों के सैंपल उठाने की तैयारी भी चिकित्सा विभाग कर रहा है.
3 स्कूली बच्चे कोरोना की चपेट में
8 दिनों में 3 स्कूली बच्चे संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं. दो बच्चे एसएमएस स्कूल के हैं जबकि एक बच्चा जेपी आईएस महापुरा स्कूल का 7 वर्षीय छात्र है. चिकित्सा विभाग की टीम पॉजिटिव मरीजों के घर पर पहुंची तो पता चला कि बच्चों से पहले उनके माता-पिता संक्रमण की चपेट में आए थे. जिसके बाद बच्चे भी पॉजिटिव पाए गए. चिकित्सा विभाग का यह भी कहना है कि एसएमएस स्कूल से जो बच्चे पॉजिटिव आए हैं, वे 12 नवंबर बाद स्कूल नहीं जा रहे. हालांकि एहतियात के तौर पर स्कूल को बंद कर दिया गया है.