जयपुर. राजधानी में एक बड़े बिल्डर ग्रुप के खिलाफ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. राजधानी की ज्योति नगर थाना पुलिस ने कोरल ग्रुप के खिलाफ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी के दो मामले दर्ज किए हैं. कोरल ग्रुप की ओर से सहकार मार्ग स्थित एक अपार्टमेंट पर करोड़ों रुपए की लोन की राशि बकाया होने के बावजूद भी लोगों को गुमराह कर फ्लैट बेच दिए गए. जब कोरल ग्रुप द्वारा उक्त बिल्डिंग पर लोन की राशि नहीं चुकाई गई तो उस बिल्डिंग को सीज करने की कार्रवाई करने पहुंची टीम से बिल्डिंग में रहने वाले लोगों को हकीकत का पता चला.
एसीपी अशोकनगर नेमीचंद खारिया ने बताया कि ज्योति नगर थाने में कोरल ग्रुप के खिलाफ धोखाधड़ी के दो प्रकरण दर्ज किए गए हैं. दोनों ही प्रकरण में पुलिस की जांच जारी है और प्रकरण से संबंधित दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है. कोरल ग्रुप की ओर से सहकार मार्ग स्थित स्टूडियो अपार्टमेंट पर 3.50 करोड़ रुपए की राशि का लोन बकाया है और उस लोन को बिना चुकाए ही कोरल ग्रुप ने स्टूडियो अपार्टमेंट लोगों को बेच दिए. स्टूडियो वन में अपार्टमेंट लेने वाले लोगों ने भी विभिन्न बैंक से लोन लेकर अपार्टमेंट खरीदें.
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जब कोरल ग्रुप द्वारा करोड़ों रुपए की लोन राशि नहीं चुकाई गई तो संबंधित एजेंसी अपार्टमेंट को सीज करने के लिए पहुंची. इस दौरान अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों ने विभिन्न बैंक से लोन लेकर फ्लैट खरीदने के दस्तावेज पेश किए और साथ ही लगातार लोन की किस्त चुकाए जाने के कागजात भी दिखाए. जिस पर अपार्टमेंट को सीज करने पहुंची टीम ने कोरल ग्रुप द्वारा बकाया करोड़ो रूपए की लोन राशि के बारे में वहां पर रहने वाले लोगों को अवगत करवाया. जिसके बाद अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों की तरफ से ज्योति नगर थाने में कोरल ग्रुप के निदेशक और अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करवाया गया.