जयपुर. शहर की बजाज नगर थाना पुलिस ने महावीर नगर स्थित दिगंबर जैन मंदिर में हुई डकैती की वारदात का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है. वारदात में अलवर के रैणी थाने का हिस्ट्रीशीटर भी शामिल है. आधा दर्जन से ज्यादा बदमाशों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस ने मंदिर में डकैती के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने मामले में आरोपी सुनील चौधरी और सतीश चंद सोनी को गिरफ्तार किया है.
पुलिस शेष आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. आरोपियों ने चोरी की कार से वारदात को अंजाम दिया था, वारदात के 2 दिन पहले ही सेंट्रो कार चोरी की थी. डीसीपी ईस्ट अभिजीत सिंह ने बताया कि वारदात में अलवर नैनी का हिस्ट्रीशीटर लोकेंद्र सिंह चौहान भी शामिल है. आरोपियों से पूछताछ में सामने आया है कि लोकेंद्र सिंह चौहान महावीर नगर स्थित दिगंबर जैन मंदिर के आसपास करीब 1 वर्ष पहले चौकीदारी का काम करता था.
उसी दौरान उसने जैन मंदिर के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली. फिर मंदिर के आंतरिक लेआउट की जानकारी प्राप्त कर ली. वारदात को अंजाम देने से पहले श्याम नगर थाना इलाके से 2 फरवरी को एक कार चोरी की थी और फिर उसके बाद मंदिर की रेकी करके चोरी की गई कार से ही वारदात को अंजाम दिया गया.
चोरी की वारदात में अन्य चोपहिया वाहन का भी उपयोग किया गया था. वारदात के दौरान मंदिर के सेवादारों को जगने पर उनके साथ मारपीट कर कमरे में बंद कर दिया गया. सभी अपराधी आदतन और पेशेवर बदमाश है. पकड़े ना जाए इसके लिए वारदात वाले स्थान पर मोबाइल फोन का उपयोग नहीं किया.
वारदात के दौरान अपनी पहचान छुपाने के लिए बदमाशों ने चेहरे पर मास्क और हाथों में दस्ताने पहन रखे थे. वहीं पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह ने ट्रांसपोर्ट नगर स्थित जैन मंदिर में भी वारदात को अंजाम दिया था. फिलहाल फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है. पुलिस चोरी की गई मूर्तियां बरामद करने का भी प्रयास कर रही है. बजाज नगर थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.
बता दें कि 4 फरवरी की रात को नकाबपोश चार बदमाशों ने जैन मंदिर के पड़ोस में स्थित मकान में घुसकर वहां दीवार पर लगा जाल हटाकर मंदिर में प्रवेश किया और मंदिर के अंदर घुसकर चौकीदार को मारपीट करके बंधक बना लिया. जिसके बाद मंदिर की चाबियां छीन कर कई बेशकीमती अष्ट धातु की मूर्तियां, चांदी का सिंहासन समेत अन्य मूर्तियां और दानपात्र लूट कर फरार हो गए.
पुलिस ने मंदिर परिसर और आसपास के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले और मुखबिर की सूचना पर लूट में शामिल दो बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. मामले में फरार चल रहे आरोपी रेनी थाने के हिस्ट्रीशीटर लोकेंद्र सिंह के खिलाफ पहले से ही कई अपराधिक मामले दर्ज है.
आरोपी के खिलाफ जयपुर के अलावा सवाई माधोपुर, अलवर और दोसा में भी लूट, चोरी और अवैध हथियारों के एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज है. पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. डीसीपी ईस्ट अभिजीत सिंह के निर्देशन में बजाज नगर थाना अधिकारी रमेश सैनी के नेतृत्व में कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. कार्रवाई में बजाज नगर थाने के सब इंस्पेक्टर प्रकाश राम, सहायक उपनिरीक्षक मूलचंद, हेड कांस्टेबल बनवारी लाल समेत डीएसटी टीम और सीएसटी टीम का भी सराहनीय योगदान रहा है.
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मामले में आरोपी रेनी थाने का हिस्ट्रीशीटर लोकेंद्र सिंह चौहान, जयपुर के फागी निवासी गणेश जाट, जयपुर के मोरीजा निवासी कमलेश शर्मा, जयपुर के सांभर निवासी राजू चौधरी, भरतपुर के रूपवास निवासी सौरभ शर्मा और रैणी अलवर के निवासी लालचंद वर्मा फरार चल रहे हैं.