जयपुर. राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम ने एक बड़ा फैसला लेते हुए बिजली उत्पादन की दो यूनिट को बंद करने का निर्णय लेते हुए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है. जिसमें कोटा थर्मल पावर स्टेशन की 220 मेगावाट की बिजली उत्पादन क्षमता की दो यूनिट बंद होंगी. जो यह यूनिट 1 और 2 है.
बता दें कि केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण और पर्यावरण मंत्रालय की गाइडलाइन के तहत यह निर्णय किया गया है. बताया जा रहा है कि दोनों ही यूनिट से बिजली उत्पादन में गाइडलाइन का उल्लंघन हो रहा है. वहीं इसके नियमों के तहत किसी भी थर्मल पावर यूनिट की उष्मा दर 2600 किलो कैलोरी प्रति यूनिट से नीचे होनी चाहिए लेकिन, इन दोनों ही यूनिट में यह दर ज्यादा है. इसलिए इन दोनों ही यूनिट 1 और 2 को बंद करना जरूरी है.
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बंद होने वाली पहली यूनिट 37 साल और दूसरी यूनिट 36 साल पुरानी है. जिसमें यूनिट एक से 1983 से और यूनिट दो से 1984 से बिजली उत्पादन किया जा रहा है. वहीं राज्य में बिजली उत्पादन की पहली यूनिट होगी जिसे बंद किया जा रहा है. इसके साथ ही कोटा थर्मल पावर स्टेशन की दो और यूनिट पर भी निर्णय विचाराधीन है. कोटा थर्मल पावर स्टेशन में 7 यूनिट संचालित है, इसमें से 5 यूनिट का संचालन करते हुए 25 साल से ज्यादा हो गए हैं. इसमें दो यूनिट बंद करने का प्रस्ताव भेज दिया गया है.
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जानकारी के अनुसार एक बिजली बनाने में कोयले की खपत में भी बढ़ोतरी हुई है. एक सामान्य थर्मल पावर प्लांट में एक यूनिट बिजली उत्पादन के लिए 700 ग्राम कोयले की जरूरत होती है,. जबकि, कोटा थर्मल की दोनों यूनिट में 750 ग्राम कोयले की खपत हो रही है. वहीं बिजली कंपनियां अभी भी इस पावर स्टेशन से 3.93 प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीद रही है. इसमें बिजली खरीद 3. 32 प्रति यूनिट और फिक्स्ड चार्ज 0. 61 पैसे प्रति यूनिट है.