जयपुर. शिप्रापथ थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो गुजरात से 40 हजार लीटर ऑयल लेकर राजधानी के लिए रवाना होते और रास्ते में ढाबे पर टैंकर में से बड़ी सफाई से ऑयल निकालकर बेच देते. गिरोह के सदस्य यह कारनामा पिछले कई महीनों से कर रहे थे और राजधानी जयपुर के रीको एरिया में जिस फैक्ट्री में ऑयल सप्लाई किया जा रहा था. उसके मालिक को भी इस बात की भनक नहीं थी. गिरोह के सदस्य इतने शातिर हैं, ऑयल के टैंकर की सील को खोलकर टैंकर में से ऑयल निकाल लेते और फिर वापस उस सील को उसी तरह से लगा देते. जैसा कि गुजरात में ऑयल कंपनी से टैंकर को भरने के बाद रवाना करते वक्त लगाई जाती.
प्रकरण की जांच कर रहे शिप्रापथ थाने के जांच अधिकारी एसआई अमर सिंह ने बताया, मानसरोवर रीको एरिया स्थित ओसवाल साबुन की फैक्ट्री में गुजरात से 40 हजार लीटर ऑयल का टैंकर मंगवाया जाता, जिसे फैक्ट्री में खाली किया जाता. गत दिनों पहले जब फैक्ट्री मालिक ने गुजरात से आए टैंकर की जांच की तो उसमें 35 हजार लीटर आयल ही पाया गया. टैंकर में 5,000 लीटर ऑयल कम होने के बारे में जब उन्होंने टैंकर चालक से पूछा तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया. इस पर फैक्ट्री मालिक सरनीक जैन ने शिप्रा पथ थाने में मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने प्रकरण में त्वरित कार्रवाई करते हुए अजरुदीन और राहुल को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों से हुई पूछताछ के आधार पर पुलिस ने ब्यावर बाइपास से गोपाल सिंह रावत को भी गिरफ्तार किया.
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ढाबे पर रुकते खाना खाते और ऑयल निकालकर ड्रम में भरते
पड़ताल में यह बात सामने आई है कि गैंग के सदस्य राहुल और अजरुदीन गुजरात से ऑयल लेकर रवाना होते. जैसे ही आरोपी ब्यावर बाइपास पर पहुंचते तो टैंकर को ढाबे के किनारे खड़ा कर देते और उसकी सील को बड़ी सफाई से खोलकर टैंकर में से ऑयल निकालकर विभिन्न ड्रम में भर देते, जितनी देर में टैंकर चालक ढाबे पर खाना खाता इतनी देर में गैंग के अन्य सदस्य टैंकर में से ऑयल निकालकर ड्रम में भर लेते. आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने ब्यावर बाइपास पर 2 टन ऑयल से भरे हुए टैंकर भी बरामद किए हैं.
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साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से 1.16 लाख रुपए भी बरामद किए हैं, जो कि टैंकर में से निकाले गए ऑयल को बेचकर कमाए गए हैं. गैंग के सदस्य इस ऑयल को कम कीमत पर अन्य लोगों को बेचने का काम किया करते थे. हालांकि, ऑयल किन लोगों को बेचा जाता और ऑयल का किस काम में प्रयोग लिया जाता इन तमाम पहलुओं पर पुलिस की जांच जारी है.