जयपुर. एसओजी द्वारा 21 जुलाई को सीकर से गिरफ्तार किए गया जालसाज पारूल शर्मा से हुई पूछताछ में एक बड़ा चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. खुद को चिकित्सक बताने वाला पारुल शर्मा दरअसल चिकित्सक है ही नहीं. उसने चिकित्सक का एक फर्जी आईकार्ड बना रखा है, जिसके दम पर ही वो लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया करता था.
पूछताछ में पारुल शर्मा ने खुद के पास एमबीबीएस की कोई भी डिग्री नहीं होने की बात स्वीकार की है. इसके साथ ही एसओजी द्वारा आरोपी के पास से बड़ी मात्रा में फर्जी मुहर और नियुक्ति पत्र भी बरामद किए गए हैं.
खुद को चिकित्सक बताकर मेडिकल कॉलेजों में नौकरी दिलवाने और टेंडर दिलवाने के नाम पर लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी पारुल शर्मा से एसओजी मुख्यालय में लगातार पूछताछ जारी है.
आरोपी के पास से स्वास्थ्य विभाग के लेटर हेड और फर्जी मुहर बरामद की गई है. साथ ही आरोपी के पास से अनेक फर्जी स्थानांतरण पत्र भी बरामद किए गए हैं, जोकि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े हुए पाए गए हैं.
आरोपी लेटर हेड पर फर्जी मुहर लगाकर और साइन करके लोगों को अपनी जालसाजी में फंसाता और फिर उनसे मोटी रकम हड़पता था. फिलहाल आरोपी से लगातार एसओजी मुख्यालय में पूछताछ जारी है, जिसमें अनेक चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है.