ETV Bharat / city

सैनिक कल्याण बोर्ड की 13 वीं बैठक, राज्यपाल भी शामिल हुए - राज्यपाल कलराज मिश्र

सैनिक कल्याण बोर्ड की 13वीं बैठक में शामिल हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है, कि सैनिक हमारे देश के प्रहरी नहीं बल्कि असली नायक हैं और वहीं हमारे राष्ट्र का गौरव हैं.

jaipur latest news, rajasthan news, राजस्थान न्यूज, जयपुर न्यूज, सैनिक कल्याण बोर्ड की  बैठक
सैनिक कल्याण बोर्ड की तेरहवीं बैठक आयोजित
author img

By

Published : Jan 23, 2020, 2:52 PM IST

जयपुर. राजभवन में गुरुवार को सैनिक कल्याण बोर्ड की 13 वीं बैठक आयोजित हुई. जिसे संबोधित करते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा, कि सैनिकों का जीवन कठिन होता है. वो अपनी जान की परवाह ना करते हुए हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं.

सैनिक कल्याण बोर्ड की तेरहवीं बैठक आयोजित

राज्यपाल ने कहा, कि एक संजीदा नागरिक के रूप में हमारा भी कर्तव्य है, कि हम ऐसी विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सुनिश्चित करें, कि सैनिकों, वीरांगनाओं और सैनिक परिवार के आश्रितों को किसी तरह की परेशानी ना हो और इनका जीवन यापन निर्बाध रूप से हो सके.

बैठक में सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ,मुख्य सचिव डी बी गुप्ता, सहित सैनिक कल्याण विभाग और भारतीय सेना के कई अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान राज्यपाल ने कहा, कि सैनिक कल्याण बोर्ड की स्थापना सैनिकों के कल्याण संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए हुई थी.

राज्यपाल ने जोर दिया, कि निर्बाध जीवनयापन के लिए जरूरी है, कि भूतपूर्व सैनिक वीरांगनाओं और उनके परिवार के आश्रितों को कौशल विकास से जोड़ा जाए. राज्यपाल ने कहा, कि राजस्थान में देश का पहला कौशल विश्वविद्यालय भी स्थापित है, जो इस कार्य में सहयोग कर सकता है.

यह भी पढ़ेंः कांस्टेबल भर्ती: आवेदनकर्ताओं के लिए बड़ी खुशखबरी, 438 पदों की हुई वृद्धि

राज्यपाल ने कहा, कि राज्य सरकार भूतपूर्व सैनिक के लिए जनरल इंश्योरेंस की सुविधाओं पर विचार कर सकती है. राज्य सरकार को स्वरोजगार के लिए भूतपूर्व सैनिकों को ब्याज अनुदान दिए जाने पर भी विचार करना चाहिए.

जयपुर. राजभवन में गुरुवार को सैनिक कल्याण बोर्ड की 13 वीं बैठक आयोजित हुई. जिसे संबोधित करते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा, कि सैनिकों का जीवन कठिन होता है. वो अपनी जान की परवाह ना करते हुए हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं.

सैनिक कल्याण बोर्ड की तेरहवीं बैठक आयोजित

राज्यपाल ने कहा, कि एक संजीदा नागरिक के रूप में हमारा भी कर्तव्य है, कि हम ऐसी विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सुनिश्चित करें, कि सैनिकों, वीरांगनाओं और सैनिक परिवार के आश्रितों को किसी तरह की परेशानी ना हो और इनका जीवन यापन निर्बाध रूप से हो सके.

बैठक में सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ,मुख्य सचिव डी बी गुप्ता, सहित सैनिक कल्याण विभाग और भारतीय सेना के कई अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान राज्यपाल ने कहा, कि सैनिक कल्याण बोर्ड की स्थापना सैनिकों के कल्याण संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए हुई थी.

राज्यपाल ने जोर दिया, कि निर्बाध जीवनयापन के लिए जरूरी है, कि भूतपूर्व सैनिक वीरांगनाओं और उनके परिवार के आश्रितों को कौशल विकास से जोड़ा जाए. राज्यपाल ने कहा, कि राजस्थान में देश का पहला कौशल विश्वविद्यालय भी स्थापित है, जो इस कार्य में सहयोग कर सकता है.

यह भी पढ़ेंः कांस्टेबल भर्ती: आवेदनकर्ताओं के लिए बड़ी खुशखबरी, 438 पदों की हुई वृद्धि

राज्यपाल ने कहा, कि राज्य सरकार भूतपूर्व सैनिक के लिए जनरल इंश्योरेंस की सुविधाओं पर विचार कर सकती है. राज्य सरकार को स्वरोजगार के लिए भूतपूर्व सैनिकों को ब्याज अनुदान दिए जाने पर भी विचार करना चाहिए.

Intro:सैनिक कल्याण बोर्ड की तेरहवीं बैठक, राज्यपाल ने कहा सैनिक हमारे राष्ट्र के असली नायक

जयपुर (इंट्रो)
सैनिक हमारे देश के प्रहरी नहीं बल्कि हमारे राष्ट्र के असली नायक है और वही हमारे राष्ट्र का गौरव है। यह कहना है राज्यपाल कलराज मिश्रा का। राजभवन में आयोजित सैनिक कल्याण बोर्ड की 13 वीं बैठक को संबोधित करते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि सैनिकों का जीवन अत्यंत विषम होता है और वो अपनी जान की परवाह ना करते हुए हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। राज्यपाल ने कहा कि एक संजीदा नागरिक के रूप में हमारा भी कर्तव्य है कि हम ऐसी विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सुनिश्चित करें कि सैनिकों, वीरांगनाओं व सैनिक परिवार के आश्रितों को किसी तरह की परेशानी ना हो और इनका जीवन यापन निर्बाध रूप से हो सके।

बैठक में सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ,मुख्य सचिव डी बी गुप्ता, सहित सैनिक कल्याण विभाग और भारतीय सेना के कई अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि सैनिक कल्याण बोर्ड की स्थापना सैनिकों के कल्याण संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए हुई थी। राज्यपाल ने जोर दिया कि निर्बाध जीवन यापन हेतु आवश्यक है कि भूतपूर्व सैनिक वीरांगनाओं और उनके परिवार के आश्रितों को कौशल विकास से जोड़ा जाए। राज्यपाल ने कहा कि राजस्थान में देश का पहला कौशल विश्वविद्यालय भी स्थापित है जो इस कार्य में सहयोग कर सकता है। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार भूतपूर्व सैनिक के लिए जनरल इंश्योरेंस की सुविधाओं पर विचार कर सकती है साथ ही स्वरोजगार हेतु भूतपूर्व सैनिकों को ब्याज अनुदान दिया जाने पर भी राज्य सरकार को विचार करना चाहिए।

(Edited vo pkg)
Note- कार्यक्रम राज्य भवन में हुआ है इसलिए विजुअल वहीं से उपलब्ध कराए गए हैं लिहाजा इस खबर का एडिटेड vo पैकेज desk के व्हाट्सएप नंबर पर भेजा है)




Body:(Edited vo pkg)
Note- कार्यक्रम राज्य भवन में हुआ है इसलिए विजुअल वहीं से उपलब्ध कराए गए हैं लिहाजा इस खबर का एडिटेड vo पैकेज desk के व्हाट्सएप नंबर पर भेजा है)


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.