जयपुर. देशभर में कोरोना वायरस का कहर बना हुआ है. इसके साथ ही कोरोना से जंग लड़ने के साथ-साथ अब धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौटने लगा है. उधर लंबे समय से बंद पड़े परिवहन के साधन ट्रेन, हवाई जहाज, बस आदि में भी अब भीड़ देखने को मिल रही है. रेलवे भी पटरी पर लौट रही है, लेकिन इस बार यात्रियों के फायदे की वजह खुद के फायदे देखे जा रहे हैं.
ऐसा इसलिए क्योंकि किसी समय में हवाई और रेल सफर के किराए के बीच जमीन आसमान का अंतर हुआ करता था. तो वहीं, अब खुद रेलवे एक ही रूट पर संचालित हो रही ट्रेनों में अलग-अलग किराया वसूल रहा है. जो कि इस बात को सत्यापित करता है.
जयपुर-पुणे के बीच किराए में नहीं समय का अंतर
जयपुर से कई शहरों के लिए ट्रेन और हवाई मार्ग में लगने वाले किराए में तो ज्यादा अंतर नहीं है, लेकिन इस दूरी को तय करने वाले समय में जमीन आसमान का अंतर देखा जा रहा है. जयपुर से पुणे के बीच ट्रेन से 23 घंटे लग रहे हैं. इसी दूरी के लिए रेलवे फर्स्ट एसी में ₹4,240 का किराया वसूल रहा है. वहीं, हवाई मार्ग की बात करें तो इसी दूरी को तय करने में हवाई यात्रा को 1 घंटे 30 मिनट लगते हैं. जिसके लिए हवाई यात्रियों से एयरलाइंस कंपनियों के की ओर से मात्र 3,800 से ₹4 हजार किराया वसूला जा रहा है.
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जहां ट्रेन नहीं वहीं एयरलाइंस भी वसूल रही ज्यादा किराया
एयरलाइंस कंपनियों में आपस में किराए को लेकर जबरदस्त प्रतिद्वंदिता होती है, लेकिन अभी ऐसे एयरलाइंस के ही बीच की लड़ाई उन तक सीमित नहीं है. बल्कि अब एयरलाइंस रेलवे को अपना बड़ा प्रतिद्वंदी मान रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि जिन शहरों के लिए जयपुर से ट्रेन संचालित हो रही है. वहां का हवाई किराया ज्यादा नहीं है. जैसे फिलहाल जयपुर से चेन्नई के लिए कोई ट्रेन कनेक्टिविटी नहीं है. इसलिए एयरलाइंस ने भी इस दूरी का किराया 7 से 8 हजार के बीच किया हुआ है. जबकि जिन रूट पर ट्रेन उपलब्ध है उन रूट का हवाई किराया ट्रेन के किराए से 15 से 30 फ़ीसदी अधिक है.