जयपुर. पाली में पुलिस हिरासत में कुछ दिन पहले भारतीय मजदूर संघ से जुड़े कर्मचारी नेता रामनाथ सिंह की मौत हो गई थी. इस मामले में भारतीय मजदूर संघ और इससे जुड़े कर्मचारी संगठनों ने विरोध तेज कर दिया है. इसी क्रम में मजदूर संघ से जुड़ी जिला इकाइयों ने बुधवार को पाली पुलिस अधीक्षक के निलंबन सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.
राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष विजय सिंह धाकड़ ने बताया कि ज्ञापन के जरिए इस मामले में हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर सीबीआई से इसकी जांच कराई जाने और दोषियों को सख्त सजा दिए जाने की मांग की है. वहीं, मृतक आश्रित परिवार को 25 लाख रुपए मुआवजा देने और मृतक आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाने की मांग की गई है.
पढ़ें- लॉकडाउन के बाद मानसिक रोगियों की संख्या में हो सकता है इजाफाः मनोरोग चिकित्सक
बता दें कि पिछले दिनों पाली की उम्मेद मिल में वेतन को लेकर कर्मचारी संगठन और मिल प्रबंधकों के बीच वार्ता होनी थी, लेकिन वार्ता में हंगामे के डर से मिल प्रबंधकों ने पुलिस को बुला लिया. ऐसी स्थिति में मामला बिगड़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें कर्मचारी नेता रामनाथ सिंह को भी पुलिस हिरासत में लिया गया था. इस दौरान उनकी तबीयत खराब होने पर पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन इसकी सूचना परिजनों को नहीं दी, जब कर्मचारी नेता का निधन हो गया, उसके बाद परिवार को सूचना दी गई.
यही कारण है कि मजदूर संघ से जुड़े पदाधिकारियों ने इस मौत को संदिग्ध मानते हुए इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग की है. वहीं, मंगलवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर इस पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच कराने की मांग की थी.