जयपुर. 30 मार्च को राजस्थान दिवस मनाया जाता है. अपनी लोक कला और संस्कृति के लिए राजस्थान पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. राजस्थान संस्कृति के साथ-साथ राजा महाराजाओं के शौर्य और बलिदान के लिए भी जाना जाता है. राजस्थान दिवस के अवसर पर प्रदेश भर के सभी पर्यटक स्थल और स्मारकों पर सैलानियों के लिए प्रवेश निशुल्क रखा गया. राजधानी जयपुर के सभी स्मारकों पर पर्यटकों का राजस्थानी ठाट बाट से स्वागत किया गया.
कोरोना गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए पर्यटकों का पुष्प देकर वेलकम किया गया. इसके साथ ही सभी को मास्क लगाना अनिवार्य रखा गया. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा गया. पर्यटकों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. आमेर महल, हवा महल, जंतर मंतर, अल्बर्ट हॉल समेत विभिन्न पर्यटक स्थलों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए.
कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. लोक कलाकारों ने कच्ची घोड़ी, शहनाई वादन, नगाड़े, कालबेलिया नृत्य समेत विभिन्न सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुतियां पेश की. राजस्थान दिवस पर घूमने पहुंचे पर्यटकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का जमकर लुत्फ उठाया. इस दौरान पर्यटक भी लोक कलाकारों के साथ नृत्य करते नजर आए. कच्ची घोड़ी के साथ पर्यटको ने भी ठुमके लगाए.
वहीं आमेर महल पहुंचे पर्यटकों ने लोक कलाकारों के साथ डांस करके एंजॉय किया. निशुल्क प्रवेश के चलते स्कूल कॉलेज के विद्यार्थी भी स्मारक, संग्रहालय समेत विभिन्न पर्यटक स्थलों पर भ्रमण करने पहुंचे. हवा महल में बच्चों ने रंगोली बनाई. हवामहल अधीक्षक ने बच्चों को खूबसूरत रंगोली बनाने पर पुरस्कृत किया. कोरोना संक्रमण के चलते सभी स्मारकों पर सरकार की गाइडलाइन की भी पालना करवाई जा रही है.
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पर्यटकों के भ्रमण के दौरान पुरातत्व विभाग (Archeology department) की ओर से अपील की जा रही है कि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ ही मास्क का भी उपयोग करें. आमेर महल अधीक्षक पंकज धरेंद्र ने बताया कि राजस्थान दिवस पर घूमने आने वाले पर्यटकों का स्वागत किया जा रहा है. कच्ची घोड़ी, लोक नृत्य, शहनाई वादन, कालबेलिया नृत्य समेत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं.
टूरिस्ट गाइड महेश कुमार शर्मा ने बताया कि राजस्थान का इतिहास अपने आप में बहुत ही स्वर्णिम रहा है. राजस्थान सुर वीरों की धारा है. राजस्थान दिवस के अवसर पर सरकार की ओर से सभी मोनुमेंट्स पर प्रवेश फ्री रखा गया है. पर्यटक कोविड प्रोटोकॉल की पालना करते हुए स्मारकों पर भ्रमण कर रहे हैं. इस अवसर पर पर्यटक धरोहर को निहार रहे हैं.