जयपुर. प्रथम पूज्य भगवान गणेश को आखिरकार स्वास्थ्य भवन में स्थान मिल ही गया. स्वास्थ्य भवन में विगत 4 साल से भगवान गणेश प्लास्टिक के बोरे में बंद थे. जब मामला ईटीवी भारत ने उठाया तो चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने स्वास्थ्य भवन में भगवान गणेश की स्थापना के आदेश दिए. गुरुवार को पूरे विधि-विधान के साथ स्वास्थ्य भवन में भगवान गणेश को मंदिर में स्थापित किया गया.
हर शुभ काम में प्रथम भगवान गणेश को याद किया जाता है, लेकिन स्वास्थ्य भवन ने इन्हें भुला दिया. दरअसल, भगवान गणेश को स्वास्थ्य भवन में लाने वाले भाजपा के नेता और उस समय चिकित्सा मंत्री राजेंद्र राठौड़ थे. वे भगवान गणेश की स्थापना करा पाते, इससे पहले ही उनका पद छिन गया. चिकित्सा महकमे की जिम्मेदारी मिली भाजपा के नेता कालीचरण सराफ को मिली. लेकिन बावजूद इसके 4 साल बीत जाने के बाद भी ना राजेंद्र राठौड़ और ना ही कालीचरण सराफ भगवान गणेश को स्वास्थ्य भवन में स्थापित कर पाए.
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दिलचस्प बात यह है कि भगवान गणेश को स्वास्थ्य भवन की वेटिंग हॉल में बोरे में बंद करके रखा था. इस दौरान वेटिंग हॉल और उसमें मौजूद गैलरी का उद्घाटन हुआ. वहीं भगवान गणेश की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया. ऐसे में ईटीवी भारत ने मौजूदा चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को इस मामले में जानकारी दी. जिसके बाद उन्होंने तुरंत चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए और जल्द से जल्द मूर्ति स्थापित करने को कहा. ऐसे में पूरे विधि विधान के साथ चिकित्सा भवन में भगवान गणेश की मूर्ति को स्थापित किया गया है. स्थापना के दौरान चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा समेत चिकित्सा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.
रघु शर्मा ने साधा बीजेपी के नेताओं पर निशाना
इस दौरान चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने भाजपा के नेता राजेंद्र राठौड़ और कालीचरण सराफ पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सिर्फ चुनाव के समय भगवान को याद करती है. पिछले 4 साल से भगवान गणेश बोरे में बंद रहे लेकिन इन दोनों नेताओं ने इनकी सुध नहीं ली. ऐसे में भाजपा सिर्फ धर्म के आधार पर वोट मांगना जानती है.