जयपुर. जन विचार मंच राजस्थान की ओर से राजस्थानी मलयाली मैत्री संगम कार्यक्रम गुरुवार को पिंक सिटी प्रेस क्लब में आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम के तहत एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें राजस्थान के विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और केरल के विधानसभा अध्यक्ष एमबी राजेश ने शिरकत की. दोनों ने ही स्वतंत्र भारत के 75 साल और उसमें आने वाली चुनौतियों को लेकर अपने विचार भी रखे.
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने लोकतंत्र और संविधान को लेकर अपने विचार रखते हुए कहा कि संविधान का एक स्ट्रक्चर बना हुआ है और उस स्ट्रक्चर से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती. उसी संविधान के तहत हमें जनता को गुड गवर्नेंस देना चाहिए. संविधान में सभी वर्गों को समान अवसर दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि शासन चीन और अमेरिका में भी किया जाता है, लेकिन हम लोगों ने पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी को चुना, जिसके तहत किसी भी राज्य का किसी भी जिले का कोई भी व्यक्ति लोकसभा स्पीकर या देश का प्रधानमंत्री बन सकता है. हमारा देश अखंड और मजबूत है यह केवल पार्लियामेंट्री लोकतंत्र के कारण ही संभव है.
सीपी जोशी ने कहा कि हमारे देश में पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी है जिसके तहत हर वर्ग के लोगों को आगे बढ़ने के समान अवसर मिलते हैं. हिंदुस्तान किसी भी क्षेत्र में किसी भी देश से कम नहीं है, चाहे विज्ञान का क्षेत्र हो या उद्योग का. आज हमारे देश की जीडीपी विकसित देशों के बराबर है. कोरोना के बावजूद भी यूरोप और अमेरिका में जीडीपी की दिक्कत हो रही है, लेकिन हमारे देश में ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि 75 साल में विचारधारा के मामले में हम कमजोर रहे हैं. बिना विचारधारा के पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी हो ही नहीं सकती. पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी की आत्मा ही विचार है.
जोशी ने कहा कि वैचारिक आधार पर ही पार्टी नीति बनाकर सरकार बना सकती है और जनता के बीच जा सकती है, लेकिन आजकल पार्टियां किसी भी तरह से चुनाव जीतकर सत्ता पर कब्जा करना चाहती हैं. सत्ता पर कब्जा कर अपना लक्ष्य हासिल करना पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी नहीं है.
सीपी जोशी ने कहा कि लंबे समय से राजस्थान में मलयालम समाज जुड़ा हुआ है. यदि पार्टियों का उद्देश्य के किसी भी तरह से सत्ता में आने का ही रहेगा तो यह पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी के लिए ठीक नहीं है. सोच समझकर हम लोगों ने पार्लियामेंट्री डेमोक्रेसी को अपनाया है. उन्होंने कहा कि यदि हम वैचारिक आधार पर ही जनता को जोड़ेंगे तो उससे देश के लिए प्रभावशाली नीति बना पाएंगे.
विधानसभा सत्र को लेकर सीपी जोशी ने कहा कि सत्र स्थगित करने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष को है और अनिश्चित काल के लिए समय डे, डेज, मंथ या ईयर जो सकता है. 17 और 18 सितबर का कार्यक्रम पहले से ही तय था इसलिए कल से फिर से सत्र जारी रहेगा.
लोकतंत्र का बचाने के लिए कई चुनौतियां
केरल विधानसभा अध्यक्ष एमबी राजेश ने कहा कि लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए अभी भी कई चुनौतियां सामने हैं उन्हें कहा धर्मनिरपेक्षता को बनाए रखना, आर्थिक और सामाजिक न्याय आदि ऐसी कई चुनौतियां हैं जिनका सामना हमें आगे करना होगा.
उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों का सामना करने के लिए लोकतांत्रिक ताकतों को एक साथ आना चाहिए. आज केंद्र में जो सरकार है उसके कारण लोग अपना जीवन बचाने के लिए सड़कों पर उतर रहे हैं. सांप्रदायिक ताकतों का मुकाबला करने के लिए लोग अपनी एकता दिखा रहे हैं और सड़कों पर उतर रहे हैं. यही एकता हमारे देश के भविष्य का निर्णय करेगा.