जयपुर. राहगीरों की आंखों में मिर्ची डालकर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का पुलिस थाना सांगानेर सदर ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इसमें गिरोह का सरगना भी शामिल है. पुलिस ने आरोपियों से लूटे गए रुपए, दस्तावेज और एक स्कूटी भी बरामद की है. पुलिस के अनुसार आरोपी लूट के रुपयों से नशा करते थे और फिर अन्य वारदात को अंजाम देते थे.
पुलिस उपायुक्त दक्षिण हरेन्द्र कुमार ने बताया कि रिंग राेड़ पर राह चलते व्यक्तियों की आंखों में मिर्ची डालकर उनसे लूट की वारदात करने वाले गिरोह काे पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया था. टीम ने रिंग रोड पर घटना वाले स्थानों पर निगरानी की. पुलिस के अनुसार 18 सितंबर को परिवादी कृष्णवीर सिंह व कपिल देव ने मामला दर्ज करवाया कि मोटरसाइकिल से भरतपुर से जयपुर आ रहे थे तभी रास्ते में मोटरसाइकिल पंचर हो गई. वाटिका रोट के नजदीक रिंग रोड की स्लिप लाईन से जा रहे थे. तभी पीछे से बिना नम्बर प्लेट की स्कूटी तथा बाइक पर 3-4 लड़के आए और बैग छीनने का प्रयास किया.
वे आखों में मिर्ची का पाउडर डालकर मोबाइल व पर्स छीनकर भाग गए. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. पुलिस ने घटनास्थल व आस पास के होटलों व ढाबों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. फुटेज और तकनीकी आधार पर पुलिस ने आरोपी विष्णु शर्मा और नमोनारायण मीणा को गिरफ्तार किया है. विष्णु शर्मा ही गिरोह का मास्टर माइंड है. गिरोह का एक और साथी विकास उर्फ राहुल भी घटना के समय उनके साथ था.
विकास की तलाश के लिए पुलिस टीम गठित कर दी गई है. आरोपियों से नकदी, स्कूटी और पर्स में रखे दस्तावेज बरामद कर लिए गए हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपी कानोता से अजमेर रोड तक रिंग रोड पर आने व जाने वाले व्यक्तियों की रैकी करते रहते हैं. शाम व रात के समय रिंग रोड के पुलिया के आस पास सर्विस लाईन पर जाने वाले वाहन या पैदल जा रहे व्यक्ति को उनके जाने के स्थान के संबंध में बातचीत में उलझाकर उनकी रेकी करते हैं तथा मौका पाकर उनसे छीना झपटी करते हैं.
विरोध करने पर उनकी आखों में लाल मिर्च का पाउडर डालकर उनसे लूटपाट कर अपने बिना नम्बरों के वाहनों से फरार हो जाते हैं. अवनीश कुमार अति पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण के निर्देशन में बनी इस टीम में आरपीएस देवीसहाय, सांगानेर सदर थानाधिकारी हरिपाल सिंह, पुलिसकर्मी संग्राम सिंह, गुज्जफर खान, बुद्धराम, शंकरलाल, लादूराम शामिल थे.