जयपुर. जिले में मिलावटखोरी को रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से टास्क फोर्स बनाई गई है और इसमें रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी और प्रवर्तन निरीक्षकों को शामिल किया गया है.
जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारियों, प्रवर्तन निरीक्षकों के साथ स्वास्थ विभाग के फूड इंस्पेक्टरो को भी जोड़ा गया है ताकि अधिक से अधिक नमूने लिए जा सकें और अधिक से अधिक कार्रवाई हो सकें.
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जिला कलेक्टर ने बताया कि जनता को सही माप और तौल से सामान मिले इसके लिए भी अलग से टीम बनाई गई है. ताकी यह सुनिश्चित हो कि जनता को गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री ही मिले. साथ ही वह सामग्री सबस्टेंडर्ड और मिसब्रांड की ना हो. वहीं उन्होंने कहा कि प्रत्येक टीम को 10 नमूने प्रतिदिन लेने के लिए निर्देश दिया गया है. साथ ही प्रतिदिन मिठाई, पनीर, मावा, छेना, ड्राई फ्रूट्स आदि के सैंपल लिए जा रहे है.
जिला कलेक्टर ने टीमों को हिदायत दी है कि सैंपल लेने में किसी भी तरह की खानापूर्ति नहीं की जाए. इसके अलावा होलसेलर और निर्माताओं के यहां भी जांच करने के लिए टीम को निर्देश दिया गया है. जिला कलेक्टर ने कहा है कि जिला प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आम जनता को शुद्ध खाद्य पदार्थ सही माप तोल के हिसाब से मिले.