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मिलावटखोरी के खिलाफ जिला प्रशासन मुस्तैद, टीम को 10 नमूने रोज लेने के दिए निर्देश - Adulteration in Jaipur

जयपुर में मिलावटखोरी को रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. जनता को सही माप और तौल से सामान मिले इसके लिए जिला प्रशासन ने अलग से टीम बनाई है. ताकी यह सुनिश्चित हो कि जनता को गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री ही मिले. जिला कलेक्टर ने बताया कि प्रत्येक टीम को 10 नमूने प्रतिदिन लेने के लिए निर्देश दिया गया है. साथ ही प्रतिदिन मिठाई, पनीर, मावा, छेना, ड्राई फ्रूट्स आदि के सैंपल लिए जा रहे है.

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Published : Oct 17, 2019, 11:31 PM IST

Updated : Oct 17, 2019, 11:54 PM IST

जयपुर. जिले में मिलावटखोरी को रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से टास्क फोर्स बनाई गई है और इसमें रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी और प्रवर्तन निरीक्षकों को शामिल किया गया है.

जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारियों, प्रवर्तन निरीक्षकों के साथ स्वास्थ विभाग के फूड इंस्पेक्टरो को भी जोड़ा गया है ताकि अधिक से अधिक नमूने लिए जा सकें और अधिक से अधिक कार्रवाई हो सकें.

पढ़ेंः पहलू खान मॉब लिचिंग मामलाः राज्य सरकार और पीड़ित पक्ष की ओर से हाईकोर्ट में आपराधिक अपील पेश

जिला कलेक्टर ने बताया कि जनता को सही माप और तौल से सामान मिले इसके लिए भी अलग से टीम बनाई गई है. ताकी यह सुनिश्चित हो कि जनता को गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री ही मिले. साथ ही वह सामग्री सबस्टेंडर्ड और मिसब्रांड की ना हो. वहीं उन्होंने कहा कि प्रत्येक टीम को 10 नमूने प्रतिदिन लेने के लिए निर्देश दिया गया है. साथ ही प्रतिदिन मिठाई, पनीर, मावा, छेना, ड्राई फ्रूट्स आदि के सैंपल लिए जा रहे है.

जिला कलेक्टर ने टीमों को हिदायत दी है कि सैंपल लेने में किसी भी तरह की खानापूर्ति नहीं की जाए. इसके अलावा होलसेलर और निर्माताओं के यहां भी जांच करने के लिए टीम को निर्देश दिया गया है. जिला कलेक्टर ने कहा है कि जिला प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आम जनता को शुद्ध खाद्य पदार्थ सही माप तोल के हिसाब से मिले.

जयपुर. जिले में मिलावटखोरी को रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से टास्क फोर्स बनाई गई है और इसमें रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी और प्रवर्तन निरीक्षकों को शामिल किया गया है.

जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारियों, प्रवर्तन निरीक्षकों के साथ स्वास्थ विभाग के फूड इंस्पेक्टरो को भी जोड़ा गया है ताकि अधिक से अधिक नमूने लिए जा सकें और अधिक से अधिक कार्रवाई हो सकें.

पढ़ेंः पहलू खान मॉब लिचिंग मामलाः राज्य सरकार और पीड़ित पक्ष की ओर से हाईकोर्ट में आपराधिक अपील पेश

जिला कलेक्टर ने बताया कि जनता को सही माप और तौल से सामान मिले इसके लिए भी अलग से टीम बनाई गई है. ताकी यह सुनिश्चित हो कि जनता को गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री ही मिले. साथ ही वह सामग्री सबस्टेंडर्ड और मिसब्रांड की ना हो. वहीं उन्होंने कहा कि प्रत्येक टीम को 10 नमूने प्रतिदिन लेने के लिए निर्देश दिया गया है. साथ ही प्रतिदिन मिठाई, पनीर, मावा, छेना, ड्राई फ्रूट्स आदि के सैंपल लिए जा रहे है.

जिला कलेक्टर ने टीमों को हिदायत दी है कि सैंपल लेने में किसी भी तरह की खानापूर्ति नहीं की जाए. इसके अलावा होलसेलर और निर्माताओं के यहां भी जांच करने के लिए टीम को निर्देश दिया गया है. जिला कलेक्टर ने कहा है कि जिला प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आम जनता को शुद्ध खाद्य पदार्थ सही माप तोल के हिसाब से मिले.

Intro:जयपुर। जयपुर जिले में मिलावटखोरी को रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से टास्क फोर्स बनाई गई है और इसमें रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी और प्रवर्तन निरीक्षकों को शामिल किया गया है।


Body:जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारियों, प्रवर्तन निरीक्षकों के साथ स्वास्थ विभाग के फूड इंस्पेक्टरो को भी जोड़ा गया है ताकि अधिक से अधिक नमूने लिए जा सकें और अधिक से अधिक कार्रवाई हो। जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि जनता को सही माप और तौल से सामान मिले इसके लिए भी अलग से टीम बनाई गई है। बाट एवं माप तोल विभाग के इस्पेक्टर के साथ खाद्य विभाग के निरीक्षको को भी इसमें लगाया गया है। यह सुनिश्चित करेंगे कि जनता को गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री मिले। वह सामग्री सबस्टेंडर्ड और मिसब्रांड की ना हो। जिला कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक टीम को 10 नमूने प्रतिदिन लेने के लिए पाबंद किया गया है और प्रतिदिन मिठाई, पनीर, मावा छेना ड्राई फ्रूट्स आदि के सैंपल लिए जा रहे हैं।
जिला कलेक्टर ने टीमों को हिदायत दी है कि सैंपल लेने में किसी भी तरह की खानापूर्ति नहीं की जाए। इसके अलावा होलसेलर और निर्माताओं के यहां भी जांच करने के लिए टीम को निर्देश दिया गया है। जिला कलेक्टर ने कहा है कि जिला प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आम जनता को शुद्ध खाद्य पदार्थ सही माप तोल के हिसाब से मिले।

बाईट जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव


Conclusion:
Last Updated : Oct 17, 2019, 11:54 PM IST
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