जयपुर. प्रदेश में हेरिटेज नगर निगम ने स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर रैंक लाने के लिए कमर कस ली है. निगम प्रशासन का पूरा फोकस सिटीजन फीडबैक और डोर टू डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था को मजबूत करने पर है. इसी को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को शहर वासियों से मिले सुझावों को लेकर बैठक की गई.
जिसमें डोर टू डोर कचरा संग्रहण में हो रही अनियमितता को लेकर संबंधित कंपनी को ताकीद किया, और शिवरात्रि से प्रत्येक वार्ड में निगम का हूपर पहुंचने का फैसला लिया गया. इसके साथ ही व्यवसायिक क्षेत्रों में प्रतिष्ठानों को डस्टबिन रखवाने के लिए सभी जोन उपायुक्त तो को निर्देश दिए गए. जनता के फीडबैक पर आंकलन कर व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए मंगलवार को हेरिटेज नगर निगम मुख्यालय पर बैठक हुई.
वहीं, एडिशनल कमिश्नर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सिटीजनफीडबैक को प्राथमिकता बताते हुए आम जनता से मिले सुझावों को आधार बनाकर चर्चा की गई. इस दौरान डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाले हूपरों की नियमितता को लेकर बीवीजी कंपनी को ताकीद किया गया है. वहीं, स्मार्ट सिटी के माध्यम से जो हूपर खरीदे गए हैं, उनको सभी वार्ड में लगाने के लिए शिवरात्रि का दिन निर्धारित किया गया. इसके अलावा कुछ और संसाधनों को स्वच्छता सर्वेक्षण के मद्देनजर फील्ड में उतारा जाना तय किया गया है.
स्वास्थ उपायुक्त आशीष कुमार ने बताया कि व्यवसायिक क्षेत्रों में पहले जो डस्टबिन देखने को मिलते थे, वो अब नदारद मिलते हैं. ऐसे में सभी जोन उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं कि अगले 48 घंटों में सभी व्यापार मंडलों से बात कर व्यापारियों से समझाइश करते हुए डस्टबिन लगवाएं. उन्होंने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण के दौरान अधिकारियों के बीच कम्युनिकेशन गैप रहने की समस्या देखने को मिलती थी.
उसे खत्म करने के लिए बड़ी संख्या में वायरलेस सेट भी उपलब्ध कराएं हैं. ताकि अधिकारियों के बीच आपसी समन्वय बना रहे. उधर, हेरिटेज नगर निगम की स्वच्छता ब्रिगेड सिटीजनफीडबैक के लिए जुटी हुई है. इसमें कॉलेज के छात्र जयपुर वासियों को स्वच्छता सर्वेक्षण के बारे में जानकारी देते हुए. इसके अलावा ऑनलाइन फीडबैक भरवा रहे हैं.