जयपुर. प्रदेश में कर्मचारी और अधिकारी सख्ती के बावजूद भी समय पर दफ्तर नहीं पहुंच रहे हैं. ऐसे लेटलतीफी से परेशान हो चुके अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ प्रशासनिक सुधार विभाग ने कार्रवाई के लिए फिर से कमर कस ली है. प्रशासनिक सुधार विभाग इसके खिलाफ बड़ा अभियान शुरू करने जा रहा है.
बता दें कि पहले विभाग की ओर से औचक निरीक्षण किया गया. जिसके बाद अधिकारी और कर्मचारियों ने समय पर दफ्तर आना शुरू कर दिया था, लेकिन अभियान के ठंडा पड़ते ही कार्मिक फिर से देरी से दफ्तर पहुंचने लगे. हालांकि, हाल ही में जनवरी महीने के आखिरी सप्ताह में सचिवालय में एक दिन औचक निरीक्षण कर कई विभागों के उपस्थिति रजिस्ट्रर जब्त किए गए. जिसमें सामने आया था कि अभियान ठंडा पड़ने के साथ कर्मचारी और अधिकारी फिर से दफतर लेट पहुंचने लगे हैं. ऐसे में फिर से प्रशासनिक सुधार विभाग बड़ा अभियान शुरू करने जा रहा है. विभाग से जुड़ लोगों ने भी इसके संकेत दिए हैं.
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सूत्रों की माने तो अधिकारियों-कर्मचारियों के देरी से दफ्तर पहुंचने का असर सरकार के कामकाज पर पड़ रहा है. कार्मिकों की देरी से दफ्तर पहुंचने की शिकायतें पिछले दिनों मुख्यमंत्री तक भी पहुंची थी. जिस पर सभी विभागों में औचक निरीक्षण शुरू करने के निर्देश दिए गए थे.
अक्टूबर महीने में एक सप्ताह तक चला था अभियान
लेटलतीफ कर्मचारियों पर लगाम लगाने के लिए बीते साल अक्टूबर महीने में प्रशासनिक सुधार विभाग ने करीब दो सप्ताह से अधिक औचक निरीक्षण किया था. ये अभियान सचिवालय में ही नहीं बल्कि सचिवालय से बाहर के सरकारी दफ्तरों में भी चला था.
औचक निरीक्षण के दौरान कई विभागों में अधिकांश-कर्मचारी नदारद मिले थे, तय समय पर कम ही अधिकारी-कर्मचारी दफ्तर पहुंचे थे. औचक निरीक्षण के दौरान उपस्थिति रजिस्टर जब्त किए गए थे और लेटलतीफ कर्मचारी-अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देकर पाबंद किया गया था.