जयपुर. नगर निगम में वर्षों से ठेके पर काम करने के बाद भी ईएसआई और पीएफ सुविधा नहीं मिलने से निगम के अस्थाई कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. मामले को लेकर कांग्रेस नेत्री ज्योति खंडेलवाल निगम के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है.
निगम के अस्थाई कर्मचारियों के इस मामले को खंडेलवाल ने अपने कार्यकाल में भी उठाया था, जिसके बाद करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आया. यह मामला अभी कोर्ट में लंबित है. कांग्रेस नेत्री का आरोप है कि यह खेल निगम में अभी भी जारी है, जिसका खामियाजा हजारों अस्थाई कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है.
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पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल ने बताया कि निगम में 4 हजार से ज्यादा अस्थाई सफाई कर्मचारी लगे हुए हैं. निगम की ओर से ईएसआई और पीएफ की सुविधा उन्हें मिल सके इसलिए ठेकेदार को इस बाबत पेमेंट भी किया जाता है. लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत के कारण कर्मचारियों का ईएसआई और पीएफ जमा ही नहीं होता.
खंडेलवाल ने बताया कि पिछली बार यह मामला जब एसीबी में पहुंचा तो घोटाला उजागर हुआ, जिसके बाद ईएसआई विभाग ने निगम को 11 करोड़ जबकि पीएफ डिपार्टमेंट ने 23 करोड़ रुपए का नोटिस थमाया. उन्होंने कहा कि निगम में यह खेल अभी भी जारी है. कांग्रेस नेत्री ने कहा कि अब कुछ संख्या में कर्मचारियों के ईएसआई और पीएफ की राशि जमा कराई जा रही है, लेकिन आज भी सभी कर्मचारियों को यह लाभ नहीं मिल पा रहा है.
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बता दें कि नगर निगम में वर्षों से ठेके पर काम करने के बाद भी ईएसआई और पीएफ सुविधा नहीं मिलने से निगम के अस्थाई कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. इसे लेकर कर्मचारियों ने कई बार प्रशासन और ठेकेदारों के खिलाफ मोर्चा भी खोला, लेकिन कुछ कर्मचारियों की छुट्टी कर हर बार इस मामले को दबा दिया गया.