जयपुर. छोटी कांशी के मंदिरो में आज मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की द्वादशी पर अलग-अलग व्यंजनों की खुशबी से महक रही है. सर्दी का मौसम भी शुरू हो चुका है. ऐसे में भगवान के खान-पान में भी बदलाव हुआ है. आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर सहित प्रथम पूज्य मोतीडूंगरी गणेशजी मंदिर में 56 भोग की झांकी सजाई गई है.
मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में प्रथम पूज्य को नवीन पोशाक धारण करवाकर व्यंजनों का भोग लगाया गया. कोरोना गाइडलाइंस के तहत भक्तों ने भी 56 भोग झांकी के दर्शन लाभ लिए. वहीं तेज ठंड के मौसम के अनुरूप बाजरे की खिचड़ी, चूरमा, तिल, मूंगफली, गोंद के लड्डू सहित अन्य गर्म पकवानों का भोग लगाया गया. इसके अलावा आराध्य देव गोविंददेव जी मन्दिर में ठाकुर जी को अधिक ठंड होने के साथ ही शयन के समय गुलीबन्द, रजाई, कंबल ओढ़ाया गया है.
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इसके अलावा शहर के आनंद कृष्ण बिहारी, राधा दामोदर, सरस निकुंज, मुरली मनोहर, लक्ष्मी नारायण बाई जी, लाडली जी, गीता गायत्री मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भी व्यंजन द्वादशी मनाई गई है. इस मौके पर ठाकुर जी को कच्चे-पक्के शारदीय व्यंजनों के साथ मेवा मिश्रित पकवानों का भोग लगाया गया. इसमें गजक, रेवड़ी, तिलपट्टी, गर्म दूध और बाजरे का चूरमा शामिल था. वहीं ठाकुर जी को मखमली गर्म कपड़े भी धारण करवाए गए हैं.