जयपुर. राजधानी जयपुर की नाहरगढ़ लॉयन सफारी के शेर तेजस और त्रिपुर फिर से पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगे. दोनों शेरों के स्वास्थ्य में अब काफी सुधार हुआ है। लॉयन तेजस और त्रिपुर ने अपने एंक्लोजर में घूमना-फिरना शुरु कर दिया है और खाना भी अच्छे से खाने लगे हैं.
बता दें कि कुछ दिन पहले लॉयन त्रिपुर के पांव में घाव हुआ था और तेजस के आधे शरीर में लकवा मार दिया था. जिसकी वजह से दोनों शेरो को पर्यटको की नजरों से भी दूर रहना पड़ा. इस दौरान वन विभाग ने दोनों शेरों का विशेष ख्याल रखा और वन विभाग के अधिकारियों की मॉनिटरिंग में वन्यजीव चिकित्सकों ने शेरों को विशेष इलाज दिया. जिसके वजह से आज दोनों शेरो के स्वास्थ्य में काफी सुधार हुआ है. अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द दोनों शेर फिर से लॉयन सफारी में छोड़े जाएंगे और लॉयन सफारी की शान कहे जाने वाले शेर पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेंगे.
वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक केसी मीणा ने बताया कि नाहरगढ़ लॉयन सफारी में लॉयन तेजस, त्रिपुर और तारा तीनो भाई बहन है. यह दुर्भाग्य की बात रही है कि लॉयन सफारी के शेर त्रिपुर के पांव में घाव हुआ, उसके बाद लायन तेजस के आधे शरीर में लकवा हो गया. दोनों शेरों को विशेष इलाज दिया जा रहा है. त्रिपुर के पांव का घाव अब ठीक हुआ है. तेजस के लकवे में भी अब काफी सुधार होने लगा है. दोनों शेर अब अच्छे से खाना भी खा रहे हैं.
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जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बनी लॉयन सफारी प्रदेश की पहली लॉयन सफारी है. लायन सफारी में लॉयन तेजस, त्रिपुर और तारा हमेशा से ही पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहे है. लेकिन अभी तेजस और त्रिपुर का स्वास्थ्य खराब होने की वजह से लॉयन सफारी में फीमेल लायन तारा जोधपुर से लाए गए शेर कैलाश के साथ पर्यटको को नजर आ रही है.