जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय में की जा रही विभिन्न पदों पर नियुक्तियों और कार्यों को रोकने के लिए अखिल राजस्थान विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने महाविद्यालय शिक्षा के सहायक आचार्यों को वरिष्ठ चयनित वेतनमान और सह आचार्य पद के वेतनमान देने के लिए स्क्रीनिंग प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने की मांग की है.
राजस्थान विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. आरके कोठारी के रिटायरमेंट का समय नजदीक आने के साथ ही अब उनके कार्यकाल में हुई नियुक्तियों और कार्यों को रोकने के लिए शिक्षक संगठन ने राज्यपाल का दरवाजा खटखटाया है. अखिल राजस्थान विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ का कहना है कि विश्वविद्यालय कुलपति आरके कोठारी का कार्यकाल 10 जुलाई को पूरा होने जा रहा है.
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कुलपति जून महीने में प्राचार्य, निदेशक, अधिष्ठाता, सिंडिकेट सदस्य जैसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति कर रहे हैं, जबकि विश्वविद्यालय में शीघ्र ही नए कुलपति की नियुक्ति होने जा रही है. ये नियुक्तियां आने वाले कुलपति के विवेकाधिकार पर छोड़ी जानी चाहिए. ऐसे में कुलपति की ओर से हाल ही में की गई नियुक्तियों को निरस्त करने की मांग की गई.
उधर, राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने करियर एडवांसमेंट स्कीम का लाभ देने की मांग उठाई है. संगठन का कहना है कि फरवरी 2018 में महाविद्यालय शिक्षकों का पदनाम व्याख्याता के स्थान पर सहायक आचार्य, सह आचार्य और आचार्य करने के नए नियम बनाए गए थे. उसके बाद से लगभग ढाई वर्ष बीत जाने के बाद भी पात्र महाविद्यालय शिक्षकों को करियर एडवांसमेंट योजना का लाभ देने की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है. ऐसे में संगठन ने इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री, शासन सचिव और कॉलेज शिक्षा आयुक्त को ज्ञापन भेजकर अविलंब कार्रवाई करने की मांग की है.
बता दें कि पात्र 325 महाविद्यालय शिक्षकों के आवेदन पत्र तो मंगवा लिए गए, लेकिन उन्हें वरिष्ठ, चयनित वेतनमान और सह आचार्य पद का वेतनमान देने के लिए संवीक्षा समिति की बैठक आयोजित नहीं करवाई गई. वहीं, फरवरी 2018 में करियर एडवांसमेंट योजना के अंतर्गत पदोन्नति में पात्र शिक्षकों के तो आवेदन पत्र भी अभी तक नहीं मंगवाए गए हैं.