जयपुर. राजधानी में राजस्थान यूनिवर्सिटी ने परीक्षा कार्यों में लापरवाही पर 8 से 10 शिक्षकों को परीक्षा कार्यों से ही हटा दिया है. वहीं कई कॉलेजों में समय से पहले पेपर खुलने और परीक्षा के दौरान अन्य शिकायतें मिली थी, जिसके चलते शिक्षकों को डिबार किया गया है.
इस बार जयपुर, दौसा के प्राइवेट कॉलेजों के शिक्षकों को डिबार किया गया है. जिनमें साइंस, कॉमर्स के शिक्षक शामिल हैं. शिक्षकों की लापरवाही से 5 लाख परीक्षार्थियों को परीक्षा में परेशानी हुई थी और पेपर दोबारा कराना पड़ा था. बता दें कि राजस्थान यूनिवर्सिटी ने पिछले साल भी कई शिक्षकों पर सिर्फ नाम की कार्रवाई की थी. क्योंकि जितने साल के लिए उन्हें डिबार किया गया था, उससे पहले ही वापस परीक्षा कार्य में लगा दिया गया था.
शिक्षकों की लापरवाही से यूनिवर्सिटी को भी कई बार पेपर स्थगित करके वापस कराने, सेंटरों पर पहुंचाने, ट्रांसपोर्ट आदि में खर्चा ज्यादा हुआ. कई पेपर ऐसे थे जिन्हें 2 महीने बाद दोबारा कराना पड़ा. जिससे प्रशासन को भी काफी परेशानी हुई और विद्यार्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा.
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वहीं इस मामले पर कुलपति आरके कोठारी का कहना है कि ये एक सामान्य प्रक्रिया है. हर साल इस तरह की कार्रवाई होती है. वहीं कुलपति ने इस कार्रवाई को सही ठहराया है. गलती दोबारा ना हो सके और लाखों विद्यार्थियों को भी परीक्षा में परेशानी ना हो.