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जयपुरः RU के 8 शिक्षकों को किया डिबार, जांच में मिली थी लापरवाही - जयपुर न्यूज

राजस्थान यूनिवर्सिटी ने परीक्षा कार्यों में लापरवाही पर 8 से 10 शिक्षकों को परीक्षा कार्यों से ही हटा दिया है. इन शिक्षकों को 1 से 3 साल के लिए डिबार किया गया है. बता दें कि यूनिवर्सिटी की जांच में लापरवाही मिली थी.

Rajasthan University News, आरयू परीक्षा न्यूज
लापरवाही मिलने पर RU के 8 शिक्षकों को किया डिबार
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Published : Nov 26, 2019, 11:42 PM IST

जयपुर. राजधानी में राजस्थान यूनिवर्सिटी ने परीक्षा कार्यों में लापरवाही पर 8 से 10 शिक्षकों को परीक्षा कार्यों से ही हटा दिया है. वहीं कई कॉलेजों में समय से पहले पेपर खुलने और परीक्षा के दौरान अन्य शिकायतें मिली थी, जिसके चलते शिक्षकों को डिबार किया गया है.

लापरवाही मिलने पर RU के 8 शिक्षकों को किया डिबार

इस बार जयपुर, दौसा के प्राइवेट कॉलेजों के शिक्षकों को डिबार किया गया है. जिनमें साइंस, कॉमर्स के शिक्षक शामिल हैं. शिक्षकों की लापरवाही से 5 लाख परीक्षार्थियों को परीक्षा में परेशानी हुई थी और पेपर दोबारा कराना पड़ा था. बता दें कि राजस्थान यूनिवर्सिटी ने पिछले साल भी कई शिक्षकों पर सिर्फ नाम की कार्रवाई की थी. क्योंकि जितने साल के लिए उन्हें डिबार किया गया था, उससे पहले ही वापस परीक्षा कार्य में लगा दिया गया था.

शिक्षकों की लापरवाही से यूनिवर्सिटी को भी कई बार पेपर स्थगित करके वापस कराने, सेंटरों पर पहुंचाने, ट्रांसपोर्ट आदि में खर्चा ज्यादा हुआ. कई पेपर ऐसे थे जिन्हें 2 महीने बाद दोबारा कराना पड़ा. जिससे प्रशासन को भी काफी परेशानी हुई और विद्यार्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा.

पढ़ें- मूल हस्तलिखित संविधान पर हाईकोर्ट में लगाई गई प्रदर्शनी

वहीं इस मामले पर कुलपति आरके कोठारी का कहना है कि ये एक सामान्य प्रक्रिया है. हर साल इस तरह की कार्रवाई होती है. वहीं कुलपति ने इस कार्रवाई को सही ठहराया है. गलती दोबारा ना हो सके और लाखों विद्यार्थियों को भी परीक्षा में परेशानी ना हो.

जयपुर. राजधानी में राजस्थान यूनिवर्सिटी ने परीक्षा कार्यों में लापरवाही पर 8 से 10 शिक्षकों को परीक्षा कार्यों से ही हटा दिया है. वहीं कई कॉलेजों में समय से पहले पेपर खुलने और परीक्षा के दौरान अन्य शिकायतें मिली थी, जिसके चलते शिक्षकों को डिबार किया गया है.

लापरवाही मिलने पर RU के 8 शिक्षकों को किया डिबार

इस बार जयपुर, दौसा के प्राइवेट कॉलेजों के शिक्षकों को डिबार किया गया है. जिनमें साइंस, कॉमर्स के शिक्षक शामिल हैं. शिक्षकों की लापरवाही से 5 लाख परीक्षार्थियों को परीक्षा में परेशानी हुई थी और पेपर दोबारा कराना पड़ा था. बता दें कि राजस्थान यूनिवर्सिटी ने पिछले साल भी कई शिक्षकों पर सिर्फ नाम की कार्रवाई की थी. क्योंकि जितने साल के लिए उन्हें डिबार किया गया था, उससे पहले ही वापस परीक्षा कार्य में लगा दिया गया था.

शिक्षकों की लापरवाही से यूनिवर्सिटी को भी कई बार पेपर स्थगित करके वापस कराने, सेंटरों पर पहुंचाने, ट्रांसपोर्ट आदि में खर्चा ज्यादा हुआ. कई पेपर ऐसे थे जिन्हें 2 महीने बाद दोबारा कराना पड़ा. जिससे प्रशासन को भी काफी परेशानी हुई और विद्यार्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा.

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वहीं इस मामले पर कुलपति आरके कोठारी का कहना है कि ये एक सामान्य प्रक्रिया है. हर साल इस तरह की कार्रवाई होती है. वहीं कुलपति ने इस कार्रवाई को सही ठहराया है. गलती दोबारा ना हो सके और लाखों विद्यार्थियों को भी परीक्षा में परेशानी ना हो.

Intro:जयपुर- राजस्थान यूनिवर्सिटी ने परीक्षा कार्यों में लापरवाही पर 8 से 10 शिक्षकों को परीक्षा कार्यों से ही हटा दिया है। इन शिक्षकों को 1 से 3 साल के लिए डिबार किया गया है। यूनिवर्सिटी की जांच में लापरवाही मिली थी वहीं कई कॉलेजों में समय से पहले पेपर खुलने व परीक्षा के दौरान अन्य शिकायतें मिली थी जिसके चलते शिक्षकों को डिबार किया गया है। इस बार जयपुर, दोसा के प्राइवेट कॉलेजों के शिक्षकों को डिबार किया गया है जिनमें साइंस, कॉमर्स के शिक्षक शामिल है। शिक्षकों की लापरवाही से 5 लाख परीक्षार्थियों को परीक्षा में परेशानी हुई थी और पेपर दोबारा कराना पड़ा था। राजस्थान यूनिवर्सिटी ने पिछले साल भी कई शिक्षकों पर सिर्फ नाम की कार्रवाई की थी क्योंकि जितने साल के लिए उन्हें डिबार किया गया था उससे पहले ही वापस परीक्षा कार्य में लगा दिया गया था। शिक्षकों की लापरवाही से यूनिवर्सिटी को भी कई बार पेपर स्थगित करके वापस कराने, सेंट्रो पर पहुंचाने, ट्रांसपोर्ट आदि में खर्चा ज्यादा हुआ। कहीं पेपर ऐसे थे जिन्हें 2 महीने बाद दोबारा कराना पड़ा जिससे प्रशासन को भी काफी परेशानी हुई और विद्यार्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।


Body:उधर, इस मामले पर कुलपति आरके कोठारी का कहना है कि ये एक सामान्य प्रक्रिया है। हर साल इस तरह की कार्यवाही होती। वही कुलपति इस कार्यवाही को सही ठहराया है गलती दोबारा ना हो सके और लाखों विद्यार्थियों को भी परीक्षा में परेशानी ना हो।

बाईट- आरके कोठारी, कुलपति, आरयू


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