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गुर्जर समाज और सरकार के बीच फिर ठनी, कर्नल बैंसला ने कहा-आई एम नॉट हैप्पी

गुर्जर समाज और गहलोत सरकार के बीच एक बार फिर ठन गई है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में गुर्जर पूरी तरह संतुष्ट दिखाई नहीं दिए. गुर्जर आंदोजन के अगुवा नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने वार्ता के बाद नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सीएम अशोक गहलोत से मिलने के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी.

MBC reservation gurjar, गुर्जर आरक्षण राजस्थान
Talks between Gurjars and government regarding MBC reservation
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Published : Jan 18, 2020, 7:42 PM IST

जयपुर. गुर्जर आंदोलन समिति और सरकार के बीच शनिवार के दिन सचिवालय में करीब तीन घंटे से अधिक चर्चा हुई. मुख्यसचिव डीबी गुप्ता की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में गुर्जर समाज की 11 सूत्रीय मांगों पर चर्चा हुई. बताया जा रहा है बैठक में बिंदुओं पर सकारात्मक वार्ता हुई लेकिन एमबीसी (MBC Reservation) में पांच जातियों के आलावा अन्य जातियों को शामिल नहीं करने पर बात बिगड़ गई.

मुख्य सचिव से वार्ता में नहीं बनी गुर्जरों की बात, कर्नल बैंसला ने कहा- अब CM से करूंगा बात

वार्ता के बाद बाहर आए कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा सरकार की तरफ से जो लिखित में चिट्ठी दी गई उसमें ये कहा गया कि सरकार की वर्तमान में एमबीसी में किसी अन्य जाति को शामिल करने की कोई मंशा नहीं है. चिट्ठी में वर्तमान शब्द पर गुर्जर समाज ने आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि सरकार की मंशा ठीक नहीं है इसलिए वर्तमान शब्द को जोड़ रही है.

सरकार को चाहिए कि ये लिखित में साफ़ करे कि वर्तमान और भविष्य में एमबीसी शामिल पांच जातियों के आलावा किसी अन्य जाति को शामिल नहीं किया जायेगा. सरकार की तरफ से इस पर लिखित में आश्वासन नहीं मिला तो कर्नल बैंसला ने साफ़ कह दिया की वो इस बैठक में हुए किसी भी निर्णय से संतुष्ट नहीं है अब वो सीएम गहलोत से मिलकर ही वार्ता करेंगे.

पढे़ंः रोमानिया में फंसे राजस्थान के तीनों युवकों की वतन वापसी, ETV भारत के साथ साझा किया अपना दर्द

इन प्रमुख मांगों पर हुई चर्चा

  • देवनारायण बोर्ड और योजना में कोई छेड़खानी नहीं हो
  • एमबीसी में पांच जातियों के आलावा अन्य जातियों को नहीं जोड़ा जाये
  • प्रक्रियाधीन 11 विभागों की भर्तियों में आरक्षण का लाभ दिया जाये
  • आंदोलन के दौरान लगे मुकदमों को वापस लिया जाये
  • आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली से मरने वाले शेष 3 लोगों के आश्रितों को नौकरी और मुआवजा दिया जाए
  • विभिन विभागों में नौकरी लगे 1252 गुर्जर समाज के युवाओं को नियमित किया जाये
  • आरजेएस भर्ती में 4 प्रतिशत आरक्षण दिया जाये
  • स्कूटी योजना का नाम परिवर्तन नहीं किया जाये
  • 2016 के तृतीय श्रेणी शिक्षकों की शेष सीटों पर परीक्षा करवाई जाये

दरअसल गुर्जर समाज की नाराजगी है कि सरकार की ओर गुर्जर कोटे से मुस्लिमों को आरक्षण देने के लिए प्रदेश में सर्वे कराया जा रहा है. राजस्थान के गुर्जरों को विशेष पिछड़ा वर्ग कोटे से आरक्षण का लाभ मिलता है लेकिन अब इसी कोटे से ही मुस्लिमों को आरक्षण देने की कोशिश की जा रही है. बैठक में प्रक्रियाधीन भर्तियों का रास्ता साफ करने, इन भर्तियों में 5 फ़ीसदी आरक्षण गुर्जर समाज के अभ्यर्थियों को देने सहित कोर्ट में अटकी पड़ी भर्तियों पर चर्चा हुई.

पढे़ंः प्रदेश की कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए लोग उंगलियों पर दिन गिन रहे हैंः शिखावत

बैठक के बाद सुचना एवं जन सम्पर्क आयुक्त नीरज के पवन ने कहा कि सभी बातों पर सकारात्मक चर्चा हुई है. सभी मांगों पर अच्छे से चर्चा हुई है. सरकार की भी मंशा साफ़ है कि जो समझौता आंदोलन के दौरान हुआ था वो अक्षरश से पालन हो. उन्होंने कहा लेकिन एक मांग जो कि एमबीसी में वर्तमान में किसी अन्य जाति को नहीं जोड़ने वाली है, उसमें सरकारी भाषा पर गुर्जर समाज की आपत्ति थी जिसे जल्द दूर किया जायेगा.

जयपुर. गुर्जर आंदोलन समिति और सरकार के बीच शनिवार के दिन सचिवालय में करीब तीन घंटे से अधिक चर्चा हुई. मुख्यसचिव डीबी गुप्ता की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में गुर्जर समाज की 11 सूत्रीय मांगों पर चर्चा हुई. बताया जा रहा है बैठक में बिंदुओं पर सकारात्मक वार्ता हुई लेकिन एमबीसी (MBC Reservation) में पांच जातियों के आलावा अन्य जातियों को शामिल नहीं करने पर बात बिगड़ गई.

मुख्य सचिव से वार्ता में नहीं बनी गुर्जरों की बात, कर्नल बैंसला ने कहा- अब CM से करूंगा बात

वार्ता के बाद बाहर आए कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने कहा सरकार की तरफ से जो लिखित में चिट्ठी दी गई उसमें ये कहा गया कि सरकार की वर्तमान में एमबीसी में किसी अन्य जाति को शामिल करने की कोई मंशा नहीं है. चिट्ठी में वर्तमान शब्द पर गुर्जर समाज ने आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि सरकार की मंशा ठीक नहीं है इसलिए वर्तमान शब्द को जोड़ रही है.

सरकार को चाहिए कि ये लिखित में साफ़ करे कि वर्तमान और भविष्य में एमबीसी शामिल पांच जातियों के आलावा किसी अन्य जाति को शामिल नहीं किया जायेगा. सरकार की तरफ से इस पर लिखित में आश्वासन नहीं मिला तो कर्नल बैंसला ने साफ़ कह दिया की वो इस बैठक में हुए किसी भी निर्णय से संतुष्ट नहीं है अब वो सीएम गहलोत से मिलकर ही वार्ता करेंगे.

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इन प्रमुख मांगों पर हुई चर्चा

  • देवनारायण बोर्ड और योजना में कोई छेड़खानी नहीं हो
  • एमबीसी में पांच जातियों के आलावा अन्य जातियों को नहीं जोड़ा जाये
  • प्रक्रियाधीन 11 विभागों की भर्तियों में आरक्षण का लाभ दिया जाये
  • आंदोलन के दौरान लगे मुकदमों को वापस लिया जाये
  • आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली से मरने वाले शेष 3 लोगों के आश्रितों को नौकरी और मुआवजा दिया जाए
  • विभिन विभागों में नौकरी लगे 1252 गुर्जर समाज के युवाओं को नियमित किया जाये
  • आरजेएस भर्ती में 4 प्रतिशत आरक्षण दिया जाये
  • स्कूटी योजना का नाम परिवर्तन नहीं किया जाये
  • 2016 के तृतीय श्रेणी शिक्षकों की शेष सीटों पर परीक्षा करवाई जाये

दरअसल गुर्जर समाज की नाराजगी है कि सरकार की ओर गुर्जर कोटे से मुस्लिमों को आरक्षण देने के लिए प्रदेश में सर्वे कराया जा रहा है. राजस्थान के गुर्जरों को विशेष पिछड़ा वर्ग कोटे से आरक्षण का लाभ मिलता है लेकिन अब इसी कोटे से ही मुस्लिमों को आरक्षण देने की कोशिश की जा रही है. बैठक में प्रक्रियाधीन भर्तियों का रास्ता साफ करने, इन भर्तियों में 5 फ़ीसदी आरक्षण गुर्जर समाज के अभ्यर्थियों को देने सहित कोर्ट में अटकी पड़ी भर्तियों पर चर्चा हुई.

पढे़ंः प्रदेश की कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए लोग उंगलियों पर दिन गिन रहे हैंः शिखावत

बैठक के बाद सुचना एवं जन सम्पर्क आयुक्त नीरज के पवन ने कहा कि सभी बातों पर सकारात्मक चर्चा हुई है. सभी मांगों पर अच्छे से चर्चा हुई है. सरकार की भी मंशा साफ़ है कि जो समझौता आंदोलन के दौरान हुआ था वो अक्षरश से पालन हो. उन्होंने कहा लेकिन एक मांग जो कि एमबीसी में वर्तमान में किसी अन्य जाति को नहीं जोड़ने वाली है, उसमें सरकारी भाषा पर गुर्जर समाज की आपत्ति थी जिसे जल्द दूर किया जायेगा.

Intro:जयपुर-

नोट :- खबर लाइव यू से भेजी गई है गुर्जर मीटिंग के नाम से

गुर्जर समाज और सरकार के बीच फिर ठनी , मुख्य सचिव से वार्ता में नहीं बनी गुर्जरों की बात , कर्नल बैंसला ने कहा आईएम नोट हैप्पी , अब CM से करूँगा बात
एंकर :- गुर्जर समाज और गहलोत सरकार के बीच एक बार फिर ठन गई है , मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में गुर्जर पूरी तरह संतुष्ट दिखाई नहीं दिए , गुर्जर आंदोजन के अगुवा कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने मीटिंग से न ख़ुशी जाहिर करते हुए सीएम अशोक गहलोत से निलने के बाद आगे की रणनीति की बात कही , हालाँकि इस मीटिंग में 11 मांगों को लेकर चर्चा हुई लेकिन समाज की एक मांग पर बनी असहमति ने सरकार की चिंता बढ़ा दी ,

VO:1:- गुर्जर आंदोलन समिति और सरकार के बीच आज सचिवालय करीब तीन घंटे से अधिक चर्चा हुई , मुख्यसचिव डीबी गुप्ता की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में गुर्जर समाज की मांग है कि 11 सूत्री मांगों को चर्चा हुई , वैसे तो बैठक में बिंदुओं पर सकारात्मक वार्ता हुई , लेकिन एमबीसी में पांच जातियों के आलावा अन्य जातियों को शामिल नहीं करने पर बात बिगड़ गई, सरकार की तरफ से जो लिखित में चिट्टी दी गई उसमे ये कहा गया कि सरकार की वर्तमान में एमबीसी में किसी अन्य जाती को शामिल करने की कोई मंशा नहीं है , चिट्टी में वर्तमान शब्द पर गुर्जर समाज ने आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि सरकार की मंशा ठीक नहीं है इस लिए वर्तमान शब्द को जोड़ रही , सरकार को चाहिए कि ये लिखित में साफ़ करे कि वर्तमान और भविष्य में एमबीसी शामिल पांच जातियों के आलावा किसी अन्य जाती को शामिल नहीं किया जायेगा , सरकार की तरफ से इस पर लिखित में आश्वासन नहीं मिला तो कर्नल बैंसला ने साफ़ कह दिया की वो इस बैठक में हुए किसी भी निर्णय से संतुष्ट नहीं है अब वो सीएम गहलोत से मिल कर ही वार्ता करेंगे ...

बाइट- कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला, संयोजक, गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति

इन मांगों पर प्रमुख रूप से हुई चर्चा -
- देवनारायण बोर्ड योजना के नाम कोई छेड़खानी नहीं हो
- एमबीसी में पांच जातियों के आलावा अन्य जातियों को नहीं जोड़ा जाये
- प्रक्रियाधिन 11 विभागों भर्तियों को आरक्षण का लाभ दिया जाये
- आंदोलन के दौरान लगे मुकदमों को वापस लिया जाये
- आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली से मरने वाले शेष 3 लोगों के आश्रितों को नौकरी और मुआवजा दिया जाए
- विभिन विभागों में नौकरी लगे 1252 गुर्जर समाज के युवाओं नियमित किया जाये
- आरजेएस भर्ती में 4 प्रतिशत आरक्षण दिया जाये
- स्कूटी योजना के नाम परिवर्तन नहीं किया जाये
- 2016 के तृतीय श्रेणी शिक्षकों के शेष परीक्षा कराइ जाये 10 -

VO:2:- दरअसल गुर्जर समाज की नाराजगी है कि सरकार की ओर गुर्जर कोटे से मुस्लिमों को आरक्षण देने के लिए प्रदेश में सर्वे कराया जा रहा है , राजस्थान के गुर्जरों को विशेष पिछड़ा वर्ग कोटे से आरक्षण का लाभ मिलता है लेकिन अब इसी कोटे से ही मुस्लिमों को आरक्षण देने की कोशिश की जा रही है ,बैठक में प्रक्रियाधीन भर्तियों का रास्ता साफ करने , इन भर्तियों में 5 फ़ीसदी आरक्षण गुर्जर अभ्यर्थियों को देने सहित कोर्ट में अटकी पड़ी भर्तियों पर चर्चा हुई , बैठक के बाद सुचना एवं जन सम्पर्क आयुक्त नीरज के पवन ने कहा कि सभी बातों पर सकारात्मक चर्चा हुई है , सभी मांगों पर अच्छे से चर्चा हुई है सरकार की भी मंशा साफ़ है कि जो समझौता आंदोलन के दौरान हुआ था वो अक्षर से पालन हो , लेकिन एक मांग जो कि एमबीसी में किसी अन्य जाती को नहीं जोड़ने उस में सरकारी भाषा को आपत्ति थी जिसे जल्द दूर किया जायेगा ,

बाइट- नीरज के पवन,DIPR ,आयुक्त

VO:3:- मीटिंग में तमाम विभागों के प्रमुख सचिव और गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक किरोड़ी सिंह बैंसला और शैलेंद्र गुर्जर समेत तमाम नेता मौजूद रहे. इस दौरान कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने यह साफ कर दिया की आज की मीटिंग से हम पूरी तरह से संतुष्ट नहीं है और अब अगली मीटिंग हम मुख्यमंत्री के साथ ही करेंगे , लेकिन उन्होंने एक बात और कहते हुए ये इसरा दे दिया की जल्द ही मलाणा में समाज के लोग मिलने वाले है , मतलब साफ़ है बात नहीं बनी तो फिर से समाज रेलवे ट्रेक पर जम जायेगा

- जयपुर से Etv Bharat के लिए जसवंत सिंह
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