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नौतपा पर सूर्यदेव करेंगे रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश, पड़ेगी प्रचंड गर्मी

मंगलवार को सुबह 8.47 बजे भुवन भास्कर सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. साथ ही भीषण गर्मी के लिए खास माने जाने वाले नौतपा की शुरुआत होगी, जो नौतपा तीन जून तक रहेगा.

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नौतपा पर सूर्यदेव करेंगे रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश
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Published : May 25, 2021, 5:59 AM IST

Updated : May 25, 2021, 10:10 AM IST

जयपुर. राजस्थान में अप्रैल और मई में लगातार सूर्यदेव के तेवर हावी रहे हैं, इस बीच तौकते चक्रवात के चलते मौसम का मिजाज फिलहाल बदला हुआ है. इस बीच वैशाख शुक्ल चतुर्दशी 25 मई मंगलवार को सुबह 8.47 बजे भुवन भास्कर सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. साथ ही भीषण गर्मी के लिए खास माने जाने वाले नौतपा की शुरुआत होगी, जो नौतपा तीन जून तक रहेगा.

नौतपा पर सूर्यदेव करेंगे रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश

ज्योतिषविदों के मुताबिक नौतपा की अवधि के बीच रहन वाले तापमान से आने वाले मानसून की स्थिति का आंकलन होगा. शुरुआत के तीन दिन प्रचंड गर्मी रहेगी. वहीं शुरू में वृष राशि में चार ग्रहों का योग रहेगा. रोहिणी नौ दिन तपती है तो बारिश तेज होती है. हालांकि इस बार अंतिम दिनों में आंधी और बारिश आने से रोहिणी के गलने की संभावना रहेगी, जिससे मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा.

यह भी पढ़ें- गुड़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी के आगे झुकी वेदांता ग्रुप की कंपनी, इन मांगों पर बनी सहमति...

ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि नौतपा में धरती का तेज तपना मानसून के लिए श्रेष्ठ होता है. अगर बारिश इस दौरान हो जाए तो इसे रोहिणी का गलना कहते है, जो मानसून के लिए अशुभ संकेत होता है. साल में एक बार रोहिणी नक्षत्र की दृष्टि सूर्य पर पड़ती है. यह नक्षत्र 15 दिन रहता है, लेकिन शुरू होने से चन्द्रमा जिन 9 नक्षत्रों पर रहता है, वह दिन नौतपा कहलाता है. इसका कारण इन दिनों में गर्मी अधिक रहती है. इस बार रोहिणी का निवास तट पर और संवत का वास धोभी के घर होने से वर्षा श्रेष्ठ बताई गई है, जिससे बारिश की श्रेष्ठता और प्रजा में सुख समृद्धि, जीवन स्तर में सुधार होगा.

वहीं अंतिम दिनो में रोहिणी के गलने के आसार रहेंगे. शुुरुआती दौर में पारा 45 डिग्री के आसपास रहने के आसार रहेंगे. पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि अब तक पड़ी भीषण गर्मी का रिकार्ड इस साल टूट सकता है. तेज गर्मी और उमस के साथ वर्षा के योग बनेंगे. धान्य और फलों का उत्पादन श्रेष्ठ रहेगा.

दरअसल रोहिणी में सूर्य पृथ्वी के काफी करीब होता है. दिन घंटे के होते हैं. 23 अंश 40 कला अर्थात सूर्य के तने के कुल अंत तक की गति गर्मी की अवधि है. मंगल अपनी नीच राशि कर्क की जगह मिथुन राशि में रहेंगे. अत:गर्मी के साथ-साथ मानसून अच्छा रहेगा. मई के आखिरी सप्ताह में सूर्य और पृथ्वी के बीच दूरी कम हो जाती है और इससे धूप और तेज हो जाती है. इस बीच कई ग्रहों की चाल भी बदलेगी. घरों से बाहर नहीं निकलें, बेजुबानों की मदद करें.

जयपुर. राजस्थान में अप्रैल और मई में लगातार सूर्यदेव के तेवर हावी रहे हैं, इस बीच तौकते चक्रवात के चलते मौसम का मिजाज फिलहाल बदला हुआ है. इस बीच वैशाख शुक्ल चतुर्दशी 25 मई मंगलवार को सुबह 8.47 बजे भुवन भास्कर सूर्यदेव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. साथ ही भीषण गर्मी के लिए खास माने जाने वाले नौतपा की शुरुआत होगी, जो नौतपा तीन जून तक रहेगा.

नौतपा पर सूर्यदेव करेंगे रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश

ज्योतिषविदों के मुताबिक नौतपा की अवधि के बीच रहन वाले तापमान से आने वाले मानसून की स्थिति का आंकलन होगा. शुरुआत के तीन दिन प्रचंड गर्मी रहेगी. वहीं शुरू में वृष राशि में चार ग्रहों का योग रहेगा. रोहिणी नौ दिन तपती है तो बारिश तेज होती है. हालांकि इस बार अंतिम दिनों में आंधी और बारिश आने से रोहिणी के गलने की संभावना रहेगी, जिससे मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा.

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ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि नौतपा में धरती का तेज तपना मानसून के लिए श्रेष्ठ होता है. अगर बारिश इस दौरान हो जाए तो इसे रोहिणी का गलना कहते है, जो मानसून के लिए अशुभ संकेत होता है. साल में एक बार रोहिणी नक्षत्र की दृष्टि सूर्य पर पड़ती है. यह नक्षत्र 15 दिन रहता है, लेकिन शुरू होने से चन्द्रमा जिन 9 नक्षत्रों पर रहता है, वह दिन नौतपा कहलाता है. इसका कारण इन दिनों में गर्मी अधिक रहती है. इस बार रोहिणी का निवास तट पर और संवत का वास धोभी के घर होने से वर्षा श्रेष्ठ बताई गई है, जिससे बारिश की श्रेष्ठता और प्रजा में सुख समृद्धि, जीवन स्तर में सुधार होगा.

वहीं अंतिम दिनो में रोहिणी के गलने के आसार रहेंगे. शुुरुआती दौर में पारा 45 डिग्री के आसपास रहने के आसार रहेंगे. पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि अब तक पड़ी भीषण गर्मी का रिकार्ड इस साल टूट सकता है. तेज गर्मी और उमस के साथ वर्षा के योग बनेंगे. धान्य और फलों का उत्पादन श्रेष्ठ रहेगा.

दरअसल रोहिणी में सूर्य पृथ्वी के काफी करीब होता है. दिन घंटे के होते हैं. 23 अंश 40 कला अर्थात सूर्य के तने के कुल अंत तक की गति गर्मी की अवधि है. मंगल अपनी नीच राशि कर्क की जगह मिथुन राशि में रहेंगे. अत:गर्मी के साथ-साथ मानसून अच्छा रहेगा. मई के आखिरी सप्ताह में सूर्य और पृथ्वी के बीच दूरी कम हो जाती है और इससे धूप और तेज हो जाती है. इस बीच कई ग्रहों की चाल भी बदलेगी. घरों से बाहर नहीं निकलें, बेजुबानों की मदद करें.

Last Updated : May 25, 2021, 10:10 AM IST
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