जयपुर. राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम के सूरतगढ़ सुपर क्रिटिकल थर्मल तापीय विद्युतगृह में मंगलवार दोपहर 12 बजकर 26 मिनट पर एक नया अध्याय जुड़ गया, जब विद्युतगृह की 660 मेगावाट क्षमता की इकाई-8 को सफलतापूर्वक कोयले पर सिन्क्रोनाइज कर इससे विद्युत उत्पादन प्रारंम्भ किया गया.
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ऊर्जा मंत्री डाॅ. बीडी कल्ला ने सूरतगढ़ सुपरक्रिटिकल इकाई के सफलतापूर्वक कोयले पर सिन्क्रोनाइज होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि नवस्थापित 660 मेगावाट क्षमता की इकाई-8 को सफलतापूर्वक कोयले पर सिन्क्रोनाइज कर राज्य विद्युत ग्रिड़ से जोड़ दिया गया है. पूर्ण क्षमता से संचालित होने पर यह इकाई प्रतिदिन 1.584 करोड़ यूनिट बिजली उत्पादित करेगी तथा कुछ माह पश्चात इस इकाई से नियमित वाणिज्यिक उत्पादन प्रारम्भ कर दिया जाएगा.
प्रमुख शासन सचिव, ऊर्जा विभाग दिनेश कुमार ने सफलतापूर्वक सिन्क्रोनाइज होने पर राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी. राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम के अध्यक्ष व प्रबन्ध निदेशक आरके शर्मा ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए विद्युतगृह के समस्त कर्मचारियों को इकाई-8 के सफलतापूर्वक सिन्क्रोनाइज होने पर बधाई दी व इससे नियमित वाणिज्यिक विद्युत उत्पादन जून 2021 तक पूर्ण करने के लिए पुरजोर प्रयास करने को कहा है. नवस्थापित 660 मेगावाट क्षमता की इकाई-8 से वाणिज्यिक विद्युत उत्पादन प्रारम्भ होने पर राविउनि की कुल उत्पादन क्षमता 7937.35 से बढ़कर 8597.35 मेगावाट हो जायेगी.