जयपुर. प्रदेश में छात्र संघ चुनावों को लेकर बढ़ती गहमगामी के बीच राजस्थान विश्विद्यालय की नई लाइब्रेरी एक बड़ा मुद्दा उभरकर सामने आया है. इसी बीच विद्यार्थियों ने कहा कि मुद्दे जस के तस हैं. वहीं बदला कुछ भी नहीं है. बदला है तो सिर्फ चेहरा.
विद्यार्थियों ने कहा की हर साल वही मुद्दे होते हैं. लेकिन समस्या का हल कभी नहीं निकलता है. छात्र नेता चुनाव के समय सक्रिय हो जाते हैं. लेकिन जब पद संभालते है तो छात्र-छात्राओं के मुद्दों को दरकिनार कर देते हैं, जिसके चलते स्टूडेंट्स का छात्र संघ चुनावों से मोह हटता जा रहा हैं.
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विद्यार्थियों ने यूनिवर्सिटी के कुछ मुख्य मुद्दे बताए...
- शिक्षकों की कमी से नियमित कक्षाएं नहीं लग पाती हैं.
- माइग्रेशन और मार्कशीट की प्रक्रिया ऑनलाइन की जाए.
- पानी की समस्या को दूर किया जाए.
- 24 घंटे डिस्पेंसरी खुलनी चाहिए.
- महिला छात्रवासों में सिक्योरिटी की व्यवस्था की जाए.
- यूनिवर्सिटी में आवारा पशुयों की समस्या को दूर करने के इंतजाम किए जाए.
- आरयू के मुख्य द्वार पर बारिश का पानी भरने की समस्या से विद्यार्थियों को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है.
- यूनिवर्सिटी में सीसीटीवी कैमरा खराब होने की समस्या सहित कई मुद्दे हैं. जो इस बार उम्मीदवार के सामने रखे जाएंगे.