जयपुर: बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि चूरू (Churu) में सातवीं कक्षा के बच्चे को होमवर्क न करने पर जिस कदर पीट कर मौत के घाट उतारा गया वो गंभीर मामला है. इस पूरे मामले को आयोग गंभीरता से लेते हुए आरोपी शिक्षक के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही इस पूरे मामले में जल्द जांच कर रिपोर्ट न्यायालय में पेश करने के निर्देश दिए हैं. बेनीवाल के मुताबिक जिला पुलिस अधीक्षक को तथ्यात्मक रिपोर्ट आयोग के समक्ष भेजने को कहा गया है.
राज्य के सभी स्कूलों के लिए एसओपी होगी जारी
इसके साथ ही अध्यक्ष संगीता बेनीवाल (Sangita Beniwal) ने कहा कि हमारे बच्चे हमारे लिए बहुत अनमोल है. उनके साथ किसी भी तरह की कोई घटनाएं नहीं हो , उनके अधिकारों का संरक्षण हो उसके लिए आयोग लगातार प्रयासरत हैं , जिस तरह से चूरु जिले में जो स्कूल की घटना सामने आई है . इसके बाद अब बाल संरक्षण आयोग शिक्षा विभाग के जरिए सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में बच्चों के व्यवहार को लेकर विस्तृत गाइडलाइन जारी करेगा . जिसमें निर्देश दिए जाएंगे कि किस तरह से शिक्षकों का व्यवहार बच्चों के साथ होना चाहिए .
यह थी घटना
चूरू के कोलासर गांव के एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक की पिटाई से सातवीं क्लास में पढ़ने वाले बच्चे की मौत हो गई थी. बच्चे का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने होमवर्क नहीं किया था. इस बात पर टीचर ने बच्चे की बुरी तरह से पिटाई कर दी. टीचर ने बच्चे को बड़ी बेरहमी से पीटा , उसे जमीन पर पटक-पटककर लात-घूंसों से मारा. जिसके बाद बच्चे की नाक से खून बहने लगा और वो बेहोश हो गया. इसके बाद पिटाई करने वाला शिक्षक ही बच्चे को अस्पताल ले गया , जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मरा घाषित कर दिया. बच्चे के पिता ओमप्रकाश की शिकायत पर पुलिस ने शिक्षक मनोज सिंह को गिरफ्तार कर लिया था.