जयपुर. राजधानी में शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस की संयुक्त कार्रवाई लगातार जारी है. इस वित्तीय वर्ष में परिवहन विभाग के द्वारा 7200 लाइसेंस भी निलंबित किए जा चुके हैं .
परिवहन विभाग द्वारा लाइसेंस निलंबित करने से पहले वाहन चालकों को सुनवाई का मौका भी दिया जाता है . यदि दोबारा से कोई ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करता पाया जाता है . तो उसके लाइसेंस को उम्र भर के लिए निलंबित कर दिया जाता है.
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प्रदेश में ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करना वाहन चालकों को भारी पड़ रहा है. ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग ने सख्ती बरतते हुए जयपुर में लगातार कार्रवाई जारी रखी है. इस में सबसे ज्यादा शराब पीकर वाहन चलाना, वाहन चालक द्वारा वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना , और शहर में ओवर स्पीड वाहन चालकों सहित अन्य लाइसेंस निलंबित किए जा रहे हैं.
शराब, मोबाइल और ओवर स्पीड को परिवहन विभाग ने सबसे ज्यादा दुर्घटना होने के तीन कारणों में सबसे ज्यादा माने हैं. इन वाहन चालकों के लाइसेंस निलंबित करने से पहले वाहन चालकों को एक सुनवाई का मौका भी दिया जाता है. जिसके बाद ही परिवहन विभाग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई आगे बढ़ाता है .
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परिवहन विभाग लाइसेंस 3 महीने के लिए निलंबित करता है . यदि कोई वाहन चालक बार-बार ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करता है , तो ऐसे में परिवहन विभाग चालक के लाइसेंस को निरस्त करने की कार्रवाई भी करता है. ऐसे कई वाहन चालक है जिनके लाइसेंस परिवहन विभाग ने निरस्त किए हैं . जो अब कभी भी भविष्य में अब वाहन चालक लाइसेंस नहीं बना पाएंगे.