जयपुर. विधानसभा के 5वां सत्र हंगामेदार चल रहा है. सरकार ने इस बार सदन कोविड-19 पर चर्चा को लेकर बुलाया है. सदन में शुक्रवार को कोरोना पर चर्चा भी हुई, लेकिन इस दौरान विपक्ष का हंगामा भी बरकार रहा. विपक्ष की नाराजगी रही कि सरकार ने जिस मुद्दे पर सदन को आहूत किया, उसे पूरा नहीं कर रही है. कोरोना महामारी पर चर्चा के लिए विधानसभा सत्र बुलाया, लेकिन सरकार सदन से मुंह छिपाकर भागती रही.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि सरकार की नीयत खराब थी. सरकार सदन से भागना चाहती थी, लेकिन हमने उन्हें भागने नहीं दिया. सदन इसलिए आहूत किया था कि कोरोना पर चर्चा हो, इसी एजेंडे से सदन शुरू करने के लिए राज्यपाल के समक्ष कहा गया था. कोरोना पर सार्थक चर्चा करनी है. पूनिया ने कहा कि पहले भी चर्चा नहीं की और आज भी नहीं की.
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उन्होंने कहा कि ये संघवाद की बात करते हैं, लेकिन जिस तरीके से प्रधानमंत्री पर टिप्पणी कर रहे थे और उनके ऊपर जिस तरीके से हल्के शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे, इसको लेकर सदन में कई बार हंगामा बरपा. सदन चाहता था कि इस वैश्विक महामारी पर चर्चा नहीं हो, इसलिए वो प्रधामंत्री पर हल्के शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे. उस पर ऐतराज था. वह भागना चाहते थे, हम नहीं चाहते थे कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी पर चर्चा किए गए बगैर सार्थकता नहीं निकलेगी.
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पूनिया ने कहा कि जैसे अपेक्षित थी वैसी नहीं हुई, लेकिन समय की मर्यादा में और दबाव में कुछ चीजें हुई हैं. सरकार ने कोशिश की आश्वस्त करने की. कहा कि सब ठीक करेंगे. अब समय बताएगा कि कितना बेहतर करते हैं और कितना अच्छा काम करते हैं, लेकिन उनका आज कुल मिलाकर पूरा फोकस केंद्र सरकार पर हमला करना और प्रधानमंत्री के ऊपर निशाना साधना था. सरकार कोरोना वायरस चर्चा नहीं करना चाह रही थी.