जयपुर. कोरोना आपदा के दौरान केंद्र सरकार की ओर से घोषित विशेष आर्थिक पैकेज पर कैबिनेट मंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने तीखा कटाक्ष किया है. परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि 20 लाख करोड़ के पैकेज के नाम पर देश की जनता के साथ इतना बड़ा धोखा कभी नहीं हुआ.
प्रताप सिंह ने कहा, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बीते 4 दिन से राहत पैकेज को इस तरह पेश कर रही हैं जिसे वह भाजपा का घोषणा पत्र हो. लेकिन फिर भी इस राहत पैकेज में जनता को कुछ खास नहीं मिल पाया. रविवार को जारी एक बयान में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि इस वक्त पूरे देश की सड़कों पर मजदूर भूख और प्यास से परेशान है.
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खाचरियावास ने कहा कि तपती धूप में पैदल अपने गांव और घर की तरफ जा रहा है, तब उसे उत्तर प्रदेश में घुसने से रोक कर लाठिया मारी जा रही हैं, तब मजदूर के लिए आर्थिक पैकेज में डायरेक्ट पैसे देने का कोई प्रावधान नहीं है. गरीब और मीडियम क्लास को कुछ नहीं दिया गया है. वास्तविकता में यह पैकेज 20 लाख करोड़ का है ही नहीं.
केंद्र सरकार ने झूठ बोलने के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिएः खाचरियावास
परिवहन मंत्री के अनुसार बीते चार दिन से वित्त मंत्री जिस तरह से सफेद झूठ बोल रही है उससे स्पष्ट हो गया है कि केंद्र की भाजपा सरकार को कोरोना संकट के समय में देश की जनता के दुख और दर्द से कोई लेना देना नहीं है. लोग भूख बेरोजगारी से मरते रहे लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार कोरोना संकट में भी राजनीतिक संदेश के जरिए झूठ बोलकर फायदा उठाना चाहती है.
प्रताप सिंह ने कहा कि देश की जनता भली भांति जानती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था देश के प्रत्येक नागरिक के खाते में 15 लाख जमा करा दूंगा, अच्छे दिन आएंगे लेकिन बुरे दिनों में देश की जनता के खाते में 15 हजार रुपए भी केंद्र की सरकार जमा कराने को तैयार नहीं है.
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प्रताप सिंह के अनुसार मजदूरों को और देश की पूरी जनता को राशन कार्ड पर केंद्र की भाजपा सरकार को आने वाले 1 वर्ष तक गेहूं-चावल मुफ्त देना चाहिए था, वह उन्होंने नहीं किया. केंद्र सरकार कहती है जनता कर्जा ले, गारंटी केंद्र सरकार देगी, केंद्र सरकार की गारंटी की देश की जनता को कर्जा लेने के लिए आवश्यकता नहीं है. देश की जनता केंद्र सरकार से बड़ी उम्मीद कर रही थी लेकिन केंद्र सरकार ने देश की जनता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.