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ACB ने 10 लाख की रिश्वत लेते श्रीगंगानगर के कांस्टेबल को किया ट्रैप, थानाधिकारी फरार

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Published : Oct 27, 2020, 11:46 AM IST

Updated : Oct 27, 2020, 12:57 PM IST

जयपुर में जोधपुर एसीबी टीम ने श्रीगंगानगर जिले के जवाहर नगर थाने में तैनात एक कांस्टेबल को 10 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. वहीं, एसीबी कार्रवाई की भनक लगते ही जवाहर नगर थाने का थानाधिकारी मौके से फरार हो गया. जिसकी तलाश में एसीबी की टीम जुटी हुई है.

रिश्वत लेते हुए कांस्टेबल गिरफ्तार, Constable arrested taking bribe
गिरफ्तार कांस्टेबल

जयपुर. राजधानी जयपुर में मंगलवार को जोधपुर एसीबी टीम की ओर से एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया. कार्रवाई के दौरान श्रीगंगानगर जिले के जवाहर नगर थाने में तैनात एक कांस्टेबल को 10 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. वहीं, एसीबी कार्रवाई की भनक लगते ही जवाहर नगर थाने का थानाधिकारी मौके से फरार हो गया. जिसकी तलाश में एसीबी की टीम जुटी हुई है.

रिश्वत राशि लेते दबोचा गया श्रीगंगानगर का कांस्टेबल

जानकारी के अनुसार परिवादी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत एक प्रकरण दर्ज किया गया था. उस प्रकरण में राहत दिलाने की एवज में प्रकरण की जांच कर रहे श्रीगंगानगर जिले के जवाहर नगर थानाधिकारी की ओर से लाखों रुपए की रिश्वत मांगी गई. एसीबी मुख्यालय से डीजी एसीबी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के सुपरविजन में जोधपुर एसीबी टीम ने जयपुर में ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम देते हुए श्रीगंगानगर जिले के जवाहर नगर थाने में तैनात कांस्टेबल नरेश चंद्र मीणा को 10 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

पढ़ेंः गहलोत सरकार को बैंसला की सीधी चेतावनी, कहा- आंदोलन जरूर होगा...1 नवंबर को हमारे ही नियम चलेंगे

वहीं, कार्रवाई की भनक लगने पर जवाहर नगर थानाधिकारी राजेश कुमार सियाग मौके से फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है. परिवादी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में दर्ज किए गए प्रकरण में राहत दिलाने और उसे गिरफ्तार ना करने के एवज में आरोपियों की ओर से 16 लाख रुपए पूर्व में ही लिए जा चुके हैं. परिवादी की ओर से 16 लाख रुपए दिए जाने के बाद भी आरोपियों की तरफ से उससे 25 लाख रुपए की और रिश्वत मांगी गई. जिस पर परिवादी ने इसकी शिकायत जोधपुर एसीबी में की और फिर एसीबी की ओर से शिकायत का सत्यापन करने के बाद पूरे मामले की मॉनिटरिंग करना शुरू किया गया. आरोपी कांस्टेबल नरेश चंद्र मीणा ने परिवादी को 25 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेकर जयपुर में एयरपोर्ट के पास स्थित होटल रेडिसन ब्लू में बुलाया.

पढ़ेंः जसकौर के बयान पर किरोड़ी लाल मीणा का पलटवार, कहा- अमर्यादित बयान से पार्टी की छवी खराब होती है

परिवादी ने 25 लाख रुपए की व्यवस्था नहीं होने की बात कही तो फिर सौदा 10 लाख रुपए में तय किया गया. जिस पर परिवादी मंगलवार को 10 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेकर जयपुर पहुंचा और जैसे ही आरोपी कांस्टेबल नरेश चंद्र मीणा को रिश्वत राशि सौंपी वैसे ही एसीबी टीम ने आरोपी कांस्टेबल को रंगे हाथों दबोच लिया. इस पूरे प्रकरण में जवाहर नगर थानाधिकारी राजेश कुमार सियाग की व्हाट्सएप चैट और वार्ता से भूमिका लिप्त पाई गई है और इसकी भनक लगते ही थानाधिकारी फरार हो गया है. जिसकी तलाश की जा रही है.

जयपुर. राजधानी जयपुर में मंगलवार को जोधपुर एसीबी टीम की ओर से एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया. कार्रवाई के दौरान श्रीगंगानगर जिले के जवाहर नगर थाने में तैनात एक कांस्टेबल को 10 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. वहीं, एसीबी कार्रवाई की भनक लगते ही जवाहर नगर थाने का थानाधिकारी मौके से फरार हो गया. जिसकी तलाश में एसीबी की टीम जुटी हुई है.

रिश्वत राशि लेते दबोचा गया श्रीगंगानगर का कांस्टेबल

जानकारी के अनुसार परिवादी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत एक प्रकरण दर्ज किया गया था. उस प्रकरण में राहत दिलाने की एवज में प्रकरण की जांच कर रहे श्रीगंगानगर जिले के जवाहर नगर थानाधिकारी की ओर से लाखों रुपए की रिश्वत मांगी गई. एसीबी मुख्यालय से डीजी एसीबी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के सुपरविजन में जोधपुर एसीबी टीम ने जयपुर में ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम देते हुए श्रीगंगानगर जिले के जवाहर नगर थाने में तैनात कांस्टेबल नरेश चंद्र मीणा को 10 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

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वहीं, कार्रवाई की भनक लगने पर जवाहर नगर थानाधिकारी राजेश कुमार सियाग मौके से फरार हो गया जिसकी तलाश की जा रही है. परिवादी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में दर्ज किए गए प्रकरण में राहत दिलाने और उसे गिरफ्तार ना करने के एवज में आरोपियों की ओर से 16 लाख रुपए पूर्व में ही लिए जा चुके हैं. परिवादी की ओर से 16 लाख रुपए दिए जाने के बाद भी आरोपियों की तरफ से उससे 25 लाख रुपए की और रिश्वत मांगी गई. जिस पर परिवादी ने इसकी शिकायत जोधपुर एसीबी में की और फिर एसीबी की ओर से शिकायत का सत्यापन करने के बाद पूरे मामले की मॉनिटरिंग करना शुरू किया गया. आरोपी कांस्टेबल नरेश चंद्र मीणा ने परिवादी को 25 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेकर जयपुर में एयरपोर्ट के पास स्थित होटल रेडिसन ब्लू में बुलाया.

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परिवादी ने 25 लाख रुपए की व्यवस्था नहीं होने की बात कही तो फिर सौदा 10 लाख रुपए में तय किया गया. जिस पर परिवादी मंगलवार को 10 लाख रुपए की रिश्वत राशि लेकर जयपुर पहुंचा और जैसे ही आरोपी कांस्टेबल नरेश चंद्र मीणा को रिश्वत राशि सौंपी वैसे ही एसीबी टीम ने आरोपी कांस्टेबल को रंगे हाथों दबोच लिया. इस पूरे प्रकरण में जवाहर नगर थानाधिकारी राजेश कुमार सियाग की व्हाट्सएप चैट और वार्ता से भूमिका लिप्त पाई गई है और इसकी भनक लगते ही थानाधिकारी फरार हो गया है. जिसकी तलाश की जा रही है.

Last Updated : Oct 27, 2020, 12:57 PM IST
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