जयपुर. राजधानी में बढ़ती मोबाइल, पर्स व चेन स्नैचिंग की वारदातों को देखते हुए कमिश्नरेट स्पेशल टीम की विशेष विंग स्नैचर्स पर लगाम लगाने का काम कर रही है. इसके लिए बाकायदा पूर्व में गिरफ्तार किए जा चुके बदमाशों की पूरी कुंडली बनाई गई है. इसके साथ ही राजधानी के प्रत्येक थाना इलाके में हुई स्नैचिंग की वारदातों की स्टडी कर एक विशेष क्राइम फाइल तैयार की गई है. जिसमें वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की गैंग और तरीके के बारे में तमाम जानकारी को अंकित किया गया है. किसी भी थाना इलाके में घटित होने वाली स्नैचिंग की वारदात को सुलझाने में यह स्पेशल विंग संबंधित थाने की मदद भी कर रही है.
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जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि सीएसटी की स्पेशल विंग स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की गैंग और बदमाशों पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं. प्रायः यह देखा जाता है कि स्नैचिंग की वारदात में गिरफ्तार होने के बाद बदमाश जेल चले जाते हैं और जेल से जमानत पर रिहा होकर या सजा पूरी कर वापस बाहर आने के बाद फिर से वारदातों को अंजाम देने लग जाते हैं. जिसे देखते हुए यह स्पेशल विंग ऐसे बदमाशों पर विशेष फोकस रख रही है.
जयपुर पुलिस कमिश्नर बोले-बदमाशों को तुरंत गिरफ्तार किया जाएगा
जयपुर पुलिस कमिश्नर के अनुसार पूरा प्रयास किया जा रहा है कि ऐसे बदमाशों को तुरंत गिरफ्तार कर अधिक समय तक जेल में ही रखा जाए. ताकि स्नैचिंग की वारदातों पर अंकुश लग सके. इसके साथ ही घटनास्थल पर पहुंचकर स्पेशल विंग बदमाशों के तरीका-ए-वारदात को जानकर यह पता लगा सकती है कि उक्त वारदात किस गैंग के बदमाशों ने अंजाम दी है या फिर किसी नई गैंग द्वारा वारदात को अंजाम दिया गया है. स्पेशल विंग की मॉनिटरिंग डीसीपी क्राइम द्वारा की जा रही है. राजधानी जयपुर में स्नैचिंग की वारदातों पर लगाम लगाने का पूरा प्रयास स्पेशल विंग द्वारा किया जा रहा है.